आजम खान ने रामलला के दर्शन कर कहा- मस्जिद पर हो हिंदू संतों के नाम, श्रीराम को जो भेंट दिया वो भी दिलचस्प

राष्ट्रीय मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजम खान गुरुवार को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत ऩृत्यगोपाल दास से आशीर्वाद लिया। साथ ही उनसे राम मंदिर के मुख्य द्वार पर कारसेवकों के नाम पत्थर लगाने की मांग की।

Asianet News Hindi | Published : Nov 29, 2019 5:48 AM IST / Updated: Nov 29 2019, 11:33 AM IST

अयोध्या (Uttar Pradesh). राष्ट्रीय मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजम खान गुरुवार को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत ऩृत्यगोपाल दास से आशीर्वाद लिया। साथ ही उनसे राम मंदिर के मुख्य द्वार पर कारसेवकों के नाम पत्थर लगाने की मांग की। इसके बाद आजम ने रामलला के दर्शन कर उर्दू में जय श्रीराम लिखी हरे रंग की 50 फिट की चुनरी रामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को भेंट की। 

मस्जिद पर भी अंकित हो हिंदू संतों के नाम
आजम ने कहा, सालों से चल रहा आंदोलन सफल हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया। मैं अयोध्या से यह संदेश देना चाहता हूं कि रामलला किसी एक नहीं बाकी सभी धर्मों के हैं। मैं चाहता हूं कि भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद रामलला को पहली चुनरी मुस्लिम कारसेवकों द्वारा चढ़ाई जाए।



उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां कहीं भी मस्जिद बनें उसपर भी हिंदू संतों के नाम अंकित होने चाहिए। सरकार पांच एकड़ के बजाय दस एकड़ जमीन दे, ताकि हम वहां शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बना सकें।

मंदिर-मस्जिद के नाम पर रोटी सेंकने वाले कर रहे रिव्यू पिटीशन की तैयारी
उन्होंने कहा, चंद मुस्लिमों का गैंग, जिन्होंने मंदिर-मस्जिद विवाद की रोटी खायी या इससे राजनीति चमकाई, वे लोग ही रिव्यू पिटीशन दायर करने की तैयारी में हैं। ये लोग भी पहले कह रहे थे कि, कोर्ट का फैसला मानेंगे। हिंदू मुसलमान के बीच नफरत पैदा कर राजनीति करने वाले ही रिव्यू पिटीशन की बात कर रहे हैं।



आजम ने एएमआईएम अध्यक्ष असददुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला। ओवैसी को राजनीतिक व्यवसाय करने वाला कहकर आजम ने उन पर आरोप लगाया कि साम्प्रदायिक राजनीति के सौदागरों के हाथ से भी यह बड़ा मुद्दा चला गया है।

Share this article
click me!