
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: राममंदिर निर्माण पूरा होने के पहले अयोध्या को सजाया संवारा जा रहा है। रामायण काल के पौधे लगाकर 9 करोड़ की लागत से प्राकृतिक पक्षी विहार बनाने का काम शुरू हो गया है। इस काम को पूरा करने में 6 माह का समय लगेगा। जिसमें रामायण काल के पौधे लगाए जाएंगे। इसके निर्माण में खास बात यह रहेगी कि पूरे पार्क में कहीं भी सीमेंट और सरिया का प्रयोग नहीं किया जाएगा। पूरा निर्माण मिट्टी से होगा। अयोध्या जनपद के सोहावल तहसील क्षेत्र कोला मोवईया कपूर समदा झील में बनने वाले नेचुरल पक्षी विहार को नगर विकास प्राधिकरण बनवा रहा है। लगभग 67 हेक्टेयर मे फैली झील देश विदेश के पक्षियों के आवागमन का केंद्र बनेगी।
रामायण युग की यादें की जाएंगी ताजा
अयोध्या नगर आयुक्त विशाल सिंह का कहना है कि राम मंदिर अयोध्या धाम से जोड़ने में तथा प्रयर्टकों को दार्शनिक स्थल बनाने के लिए सभी कार्य भारतीयता के आधार पर होंगे। अधिकतर मिट्टी का उपयोग कर वाच टावर रामायुग के पौधों का पौधरोपण किया जाएगा। पक्षियों के रखरखाव के लिए चारों ओर से खाई बनाकर जल भराव तथा जल की स्वच्छता के लिए पानी के आवागमन सदैव ठहराव निकासी का भी इंतजाम पुख्ता होगा। यह सभी कार्य योजना मे सीमेंट, सरिया विहीन मिट्टी से निर्मित कर की जाएगी। अयोध्या धाम से जुड़े होने के कारण रामायुग को ध्यान मे रखकर यादें ताजा करने मे दार्शनिक स्थल बनेगा।
विदेशी पक्षियों के लिए किए जाएंगे खास इंतजाम
नगर आयुक्त ने बताया सुंदरीकरण होने से देश-विदेश से आने वाले राम भक्त मेहमानों के लिए नेचुरल पार्क दार्शनिक स्थल होगा। विदेशी पक्षियों के लिए पानी के आभाव न हो और वे पलायन न करें इसकी खास व्यवस्था होगी। उनके बैठने के लिए भी मिट्टी का टीला बनाया जाएगा। आने वाले दर्शकों को आवागमन सुलभ हो उसके लिए सोहावल चौराहा से मसौधा होते हुए अयोध्या तक जोड़ने के लिए सड़क चौडीकरण करने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया इस योजना को 6 माह का समय लगेगा है जिसका निर्माण बेंगलुरु की संस्था कर रही है।
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