यूपी के एटा में विधान परिषद चुनाव के लिए SP के दोनों प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त, BJP की जीत का रास्ता साफ

यूपी विधानसभा चुनाव में हुए हंगामों की तरह विधान परिषद चुनाव में भी हंगामे देखने को मिल रहे है। एटा में नामांकन और जांच प्रक्रिया के दौरान दोनों ही दिन जमकर बवाल हुआ। वहीं अब दो सदस्य वाली सीट मथुरा-एटा-मैनपुरी सीट में सपा के साथ सुभासपा प्रत्याशी का भी नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया है। जिसके बाद से भाजपा के प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 22, 2022 10:25 AM IST / Updated: Mar 22 2022, 06:46 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद विधान परिषद की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन था। उस बीच एटा में एमएलसी चुनाव को लेकर हंगामा हुआ था। उसके बाद दोबारा जांच प्रक्रिया के दौरान मंगलवार को भी जमकर बवाल हुआ है। लेकिन अब  जिला प्रशासन ने सपा के दोनों प्रत्याशियों के शपथ पत्रों में कमी बताते हुए नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया है। सपा प्रत्याशियों के अलावा सुभासपा के प्रत्याशी अनुज कुमार के नामांकन पत्र को भी खारिज किया गया है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की जीत का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है। 

सपा, सुभासपा का नामांकन हुआ निरस्त
सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानपरिषद चुनाव की 36 सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन था। दो सदस्य पदों वाली मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकरण सीट के लिए सोमवार को अंतिम दिन भाजपा, सपा सहित पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किए थे। सपा से प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह यादव ने एक-एक सेट में रिटर्निंग अधिकारी डीएम अंकित अग्रवाल को अपने नामांकन पत्र जमा किए। वहीं भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव ने पर्चा दाखिल किए। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई। जिसके बाद से सपाईयों का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया है। जिसकी वजह से अब भाजपा के प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है।

दो सदस्य वाली सीट में भाजपा की जीत हुई तय
विधान परिषद के नामांकन पत्रों की जांच के बाद जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह के शपथ पत्रों में कमी बताते हुए नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया। इनके साथ ही सुभासपा प्रत्याशी अनुज कुमार का नामांकन भी खारिज हो गया है। ऐसे में अब दो सदस्य पदों वाली सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत तय है। नामांकन पत्र निरस्त होने से पहले भी मंगलवार को जांच प्रक्रिया के दौरान सपाई और भाजपाईयों में बवाल हो चुका था। सपा प्रत्याशियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया। 

जांच के दौरान सपा भाजपा के लोग थे भिड़े
आरोप है कि कलक्ट्रेट पहुंचे सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश यादव को वहां पहले से मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और उनके साथ मारपीट कर दी। इस दौरान सपा प्रत्याशियों के कपड़े भी फट गए। उनकी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। घटना से कलक्ट्रेट में अफरातफरी मच गई। इससे पूर्व नामांकन के अंतिम दिन भी सपा और भाजपा के लोग भिड़ गए थे। 

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