लखीमपुर में विधान परिषद चुनाव के लिए सपा MLC का नामांकन निरस्त, BJP के सामने निर्दलीय प्रत्याशी हैं विरोधी

मंगलवार की रात करीब आठ बजे लखीमपुर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने त्रुटियों के कारण सपा प्रत्याशी अनुराग पटेल के तीनों पर्चों के साथ प्रधान बीडीसी स्वाभिमान संघ के नवनीत शुक्ला का पर्चा खारिज कर दिया। तो वहीं भाजपा प्रत्याशी अनूप गुप्ता और बांकेगंज ब्लाक के ग्राम प्रधान निर्दलीय प्रत्याशी नरसिंह यादव  के दोनों पर्चे वैध पाए गए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 23, 2022 5:27 AM IST / Updated: Mar 23 2022, 10:58 AM IST

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद विधान परिषद की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मंगलवार यानी 22 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। जिसमें कई प्रत्याशियों के नामांकन को खारिज कर दिया गया। उसमें समाजवादी पार्टी, सुभासपा, बसपा, सपा-राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी शामिल है। मंगलवार की रात करीब आठ बजे लखीमपुर डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने त्रुटियों के कारण सपा प्रत्याशी अनुराग पटेल के तीनों पर्चों के साथ प्रधान बीडीसी स्वाभिमान संघ के नवनीत शुक्ला का पर्चा खारिज कर दिया। तो वहीं भाजपा प्रत्याशी अनूप गुप्ता और बांकेगंज ब्लाक के ग्राम प्रधान निर्दलीय प्रत्याशी नरसिंह यादव  के दोनों पर्चे वैध पाए गए हैं। अब विधान परिषद चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के सामने निर्दलीय प्रत्याशी नरसिंह ही प्रतिद्वंदी हैं। 

बुलंदशहर में सुनीता शर्मा का खारिज हुआ पर्चा
मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान बुलंदशहर में सपा-राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त प्रत्याशी सुनीता शर्मा का पर्चा खारिज कर दिया गया है। साथ ही इस सीट पर एमएलसी के लिए अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के पर्चे भी खारिज कर दिए गए हैं। एटा जैसे बुलंदशहर सीट से बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र भाटी का निर्विरोध एमएलसी चुना जाना तय है। 

सपा, सुभासपा का नामांकन हुआ निरस्त
दो सदस्य पदों वाली मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकरण सीट के लिए सोमवार को अंतिम दिन भाजपा, सपा सहित पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किए थे। सपा से प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह यादव ने एक-एक सेट में रिटर्निंग अधिकारी डीएम अंकित अग्रवाल को अपने नामांकन पत्र जमा किए। वहीं भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव ने पर्चा दाखिल किए। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई। जिसके बाद से सपाईयों का नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया है। जिसकी वजह से अब भाजपा के प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है।

दो सदस्य वाली सीट में भाजपा की जीत हुई तय
विधान परिषद के नामांकन पत्रों की जांच के बाद जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह के शपथ पत्रों में कमी बताते हुए नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया। इनके साथ ही सुभासपा प्रत्याशी अनुज कुमार का नामांकन भी खारिज हो गया है। ऐसे में अब दो सदस्य पदों वाली सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत तय है। नामांकन पत्र निरस्त होने से पहले भी मंगलवार को जांच प्रक्रिया के दौरान सपाई और भाजपाईयों में बवाल हो चुका था। सपा प्रत्याशियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया।

सपा नेताओं ने आयोग से की शिकायत
विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी कोटे की सीटों के चुनावों में सत्ताधारी दल की मनमानी के खिलाफ सोमवार को सपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग पहुंचा था। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आयोग को जाकर ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन मंगलवार को अपने प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज किए जाने की खबर मिलते ही फिर से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता डेलिगेशन निर्वाचन आयोग से मिला। सपा नेताओं ने आयोग के आधिकारियों से एमएलसी चुनाव में धांधली की शिकायत की है। 

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