अस्पतालों में मोबाइल बैन करने का आदेश, अखिलेश बोले- मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो पूरे देश में कर दिया जाए बैन

चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता ने सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और सभी सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों के प्रमुखों को आदेश जारी किया है। एक न्यूज चैनल के खबरों के मुताबिक आदेश में कहा है कि मोबाइल से संक्रमण फैलता है। 

Asianet News Hindi | Published : May 24, 2020 7:53 AM IST / Updated: May 24 2020, 04:40 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh) । अस्पतालों में मोबाइल ले जाने के रोक पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा है। ट्वीट में अखिलेश यादव ने कहा है कि कि अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो आइसोलेशन वॉर्ड के साथ पूरे देश में इसे बैन कर देना चाहिए। यही तो अकेले में मानसिक सहारा बनता है। लेकिन, सच्चाई यह है कि प्रदेश के अस्पतालों की दुर्दशा सार्वजनिक न हो जाए इसलिए यह पाबंदी लगाई गई है। 

यह जारी किया गया है मोबाइल को लेकर आदेश
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता ने सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और सभी सरकारी और निजी मेडिकल कालेजों के प्रमुखों को आदेश जारी किया है। एक न्यूज चैनल के खबरों के मुताबिक आदेश में कहा है कि मोबाइल से संक्रमण फैलता है। चिकित्सा महानिदेशक ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोविड अस्पताल के इंचार्ज को दो मोबाइल फोन उपलब्ध कराएं जाएं, ताकि मरीज अपने परिजनों से और परिजन अपने मरीज से बात कर सकें। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक का यह आदेश कोरोना संक्रमित मरीजों के कोविड अस्पतालों में आने के दो महीनों के बाद जारी होने पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।

अखिलेश ने कसा सरकार पर तंज
पूर्व मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक के इस आदेश को लेकर यूपी सरकार पर तंज कसा है। ट्वीट कर कहा है कि अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो आइसोलेशन वार्ड के साथ पूरे देश में इसे बैन कर देना चाहिए। यही तो अकेले में मानसिक सहारा बनता है। वस्तुतः अस्पतालों की दुर्व्यवस्था व दुर्दशा का सच जनता तक न पहुँचे, इसीलिए ये पाबंदी है। ज़रूरत मोबाइल की पाबंदी की नहीं बल्कि सैनेटाइज़ करने की है।

 

अखिलेश की सरकार से ये मांग
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि देश के सीमांत क्षेत्रों से चीन के सैन्य घुसपैठ की खबरों की सत्यता व वस्तुस्थिति से सरकार पूरे देश को अवगत कराए। अपना पक्ष व स्थिति जनता के सामने रखे। सरकार सुनिश्चित करें कि कोरोना के संकटकाल में प्रतिरक्षा व विदेश नीति जैसे संवेदनशील विषयों पर कोई देश अवांछनीय लाभ न उठा सके।

कोरोनाकाल में सरकारी बद-इंतज़ामी की वजह से बात हवाई चप्पल पहननेवालों से भी आगे जाकर ‘नंगे पाँव’ सड़कों पर चलने पर मजबूर लोगों तक पहुँच गयी है. जिनसे जनता को हमदर्दी की उम्मीद थी वही दर्द का सबब बन रहे हैं.

सरकार सबके लिए है, ये थोथा नारा नहीं बल्कि संकल्प होना चाहिए. #UnfitBJP pic.twitter.com/TSWnHaFjjl

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