उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद में बरेली के दो भाई सॉल्वर बनकर बैठे परीक्षा दे रहे थे लेकिन सरकार की कड़ी निगरानी के दौरान पकड़े गए। उन्होंने बताया कि पैसे के लिए सॉल्वर बनते थे। एलएलबी कर चुका बाबर और उसका बीए पास भाई ताहिर यूपी बोर्ड परीक्षा में सॉल्वर बनकर पैसे कमाने का धंधा करने लगे। वे शैक्षिक रूप से कमजोर परीक्षार्थियों से पैसे लेकर उनके स्थान पर परीक्षा देते थे।
राजीव शर्मा
बरेली: एलएलबी कर चुका बाबर और उसका बीए पास भाई ताहिर यूपी बोर्ड परीक्षा में सॉल्वर बनकर पैसे कमाने का धंधा करने लगे। वे शैक्षिक रूप से कमजोर परीक्षार्थियों से पैसे लेकर उनके स्थान पर परीक्षा देते थे। हालांकि उनका यह खेल बहुत दिन नहीं चल सका। सोमवार को बरेली के एक यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्र पर जब वे दोनों अपने एक साथी के साथ अन्य परीक्षार्थियों के स्थान पर हाईस्कूल विज्ञान विषय की परीक्षा का पेपर कर रहे थे तो जिम्मेदार लोगों की निगाह से बच न सके। पूछताछ में सॉल्वर होने की पुष्टि हो जाने के बाद बाबर को तो केंद्र व्यवस्था ने पुलिस बुलाकर मौके पर ही गिरफ्तार करा दिया लेकिन बाबर का सॉल्वर भाई ताहिर और उसका साथी सॉल्पर परीक्षा केंद्र से भाग जाने में कामयाब हो गया। अब पुलिस गिरफ्तारी के लिए उसकी भी तलाश कर रही है।
यह मामला बरेली जिले के ऐसे पकड़ा गया सॉल्वरों का खेलभुता थाना क्षेत्र के गांव खजुरिया संपत स्थित रामबख्श गोमती इंटर कॉलेज में यूपी बोर्ड परीक्षा के केंद्र का है। सोमवार को यहां हाईस्कूल के विज्ञान विषय की परीक्षा थी। डीएम को किसी ने सूचना दी थी कि इस केंद्र पर तीन सॉल्वर परीक्षा दे रहे हैं। इस सूचना के आधार पर डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक यानी डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह को छापेमारी के निर्देश दिए। डीआईओएस ने छापेमारी कराई तो तीन सॉल्वरों ने परीक्षा केंद्र की दीवार फांदकर भागने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने तीन में से एक को पकड़ लिया। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए सॉल्वर ने अपना नाम बाबर बताया और यह भी जानकारी दी कि दो फरार सॉल्वरों में उसका भाई ताहिर और उसके गांव का साथी कमरुल हसन है। गिरफ्तार बाबर को तो पुलिस ने अभिरक्षा में ले लिया और बाकी दोनों सॉल्वर की तलाश में छापेमारी की जा रही है। तीनों सॉल्वर के खिलाफ केंद्र व्यवस्थापक परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक डॉ. नेत्रपाल सिंह की ओर से भुता थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।
पहले भी सॉल्वर बनकर दे चुका है परीक्षा
गिरफ्तार सॉल्वर बाबर ने पुलिस की पूछताछ में जानकारी दी कि वह एलएलबी कर चुका है और कचहरी पर बैठता है। पैसे के लिए वह, उसका बीए पास भाई ताहिर और उसके गांव का साथी कमरुल सॉल्वर बन गया। पुलिस के अनुसार, बाबर ने जानकारी दी कि वह गंगापुर डबौरा गांव में स्थित सहोद्रा देवी कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल के एक छात्र के स्थान पर हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा दे रहा था। इसकी तरह उसका भाई और उसका साथी ने भी दो अन्य छात्र की जगह हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा दी। बाबर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि परीक्षा केंद्र पर सॉल्वर के रूप में जाने में उसको कोई दिक्कत नहीं हुई। जबकि नियमानुसार, प्रवेश पत्र पर लगे फोटो से परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थी का मिलान किए जाने की व्यवस्था है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सिर्फ एक ही दिन बाबर ने परीक्षा नहीं दी थी, बल्कि छह दिन पहले भी उसने एक परीक्षार्थी के स्थान पर चित्रकला का पेपर सॉल्वर बनकर दिया था। उस पेपर के बदले पैसे का सौदा भी हुआ था।
सॉल्वर पकड़े जाने के बाद बोर्ड परीक्षा में सतर्कता
बरेली में सॉल्वर पकड़े जाने के बाद यूपी बोर्ड परीक्षा में अब पहले से ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी केंद्र व्यवस्थापकों को सचेत कर दिया गया कि परीक्षा से पूर्व सारे परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो से मिलान करने के बाद ही परीक्षा में बैठने दिया जाए। उन्होंने बताया कि यदि कहीं कोई परीक्षार्थी संदिग्ध मिलता है तो समुचित कार्रवाई की जाए।
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