PM मोदी के खास अफसर ने लिया VRS, BJP में शामिल, योगी सरकार में मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी

मऊ जिले के निवासी अरविंद कुमार शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी हैं। बताते हैं, जब वे गुजरात के सीएम थे तो उनके कार्यालय में अहम जिम्मेदारी अरविंद कुमार शर्मा ने ही संभालते थे। इसके बाद पीएमओ में भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 14, 2021 6:33 AM IST / Updated: Jan 14 2021, 08:40 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh) । पीएम नरेंद्र मोदी के खास अफसरों में से एक एसके शर्मा (अरविंद कुमार शर्मा) आज बीजेपी में शामिल हो गए। वे मझोले, लघु व सूक्ष्म (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव रह चुके हैं और गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी थे। लेकिन, सोमवार को अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लिए, जबकि एमएसएमई सचिव के तौर पर उनका दो साल का कार्यकाल अभी बाकी था। खबर तो यहां तक है कि अगले एक या दो हफ्ते में डिप्टी सीएम तक बनाया जा सकता है। फिलहाल, उन्हें विधान परिषद के लिए उम्मीदवार बनाया जाना तय माना जा रहा है। 

साल 2001 से कर रहे मोदी के साथ काम
मऊ जिले के निवासी अरविंद कुमार शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी हैं। एसके शर्मा पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त किए हैं। वह भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। साल 2001 से लेकर 2013 तक गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम किए है। इसके बाद नरेंद्र मोदी जब सीएम से पीएम बने तो वो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। जहां साल 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने थे। लॉकडाउन के बाद पीएम ने उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा था।

कल रात पार्टी में शामिल होने के लिए कहा गया
भाजपा की सदस्यता लेने के बाद एके शर्मा ने बताया कि उन्हें कल रात ही पार्टी में शामिल होने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि ये मौका मिला। मैं मऊ के एक पिछड़े गांव से निकला हूं, आईएएस बना और आज बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के होने के बावजूद भाजपा में शामिल होना बड़ी बात है। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे पूरा करूंगा।

 

मंत्रिमंडल विस्तार पर होने वाला है बड़ा फेरबदल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी सरकार में दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में बड़ा फेरबदल होने वाला है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि इसमें एक या दोनों डिप्टी सीएम को कुर्सी गंवानी पड़ सकती है या तीसरे डिप्टी सीएम भी हो सकता है।
 

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