यूपी के झांसी में इसी साल मई महीने में हुई मीना अपहरण कांड का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। युवती का अपहरण नहीं हुआ बल्कि उसकी हत्या की गई थी। जिसे अपहरण का रंग देने की कोशिश की गई थी।
झांसी (Uttar Pradesh). यूपी के झांसी में इसी साल मई महीने में हुई मीना अपहरण कांड का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। युवती का अपहरण नहीं हुआ बल्कि उसकी हत्या की गई थी। जिसे अपहरण का रंग देने की कोशिश की गई थी। फिलहाल, आरोपी ने कोर्ट से गिरफ्तारी का स्टे ले रखा है। पुलिस गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में सबूत पेश करेगी।
क्या है पूरा मामला
मामला कोतवाली क्षेत्र का है। यहां के तालबेहट की रहने वाली मीना इसी साल मई महीने में अचानक लापता हो गई थी। जिसके बाद उसकी मां ने वासुदेवा मोहल्ला की रहने वाले बिजनेसमैन संजय वर्मा के खिलाफ बेटी का अपहरण कर दुबई ले जाने का आरोप लगाते हुए अपहरण का केस दर्ज कराया था। कुछ दिन पहले पुलिस ने कारोबारी के ड्राइवर योगेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, जिसमें उसने संजय द्वारा मीना की हत्या किए जाने की बात कबूल ली। एसएसपी ने ओपी सिंह ने बताया, कारोबारी संजय वर्मा ने पैसा और शान-शौकत दिखाकर पहले युवती का महीनों तक यौन शोषण किया। जब युवती ने उसपर शादी का दबाव बनाया तो कारोबारी ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
इस तरह की थी युवती की हत्या
एसएसपी ने बताया, संजय ने दिल्ली बुलाकर एक होटल में मीना को जबरन जहर पिलाकर उसकी हत्या की। इसके बाद चार लोगों को दिल्ली से जालौन पार्सल ले जाने के बहाने बुलाकर मीना के शव को बतौर पार्सल कार में रखकर कालपी भिजवाया। जहां चारों अभियुक्तों ने मीना के शव को यमुना में बहा दिया। यही नहीं, संजय ने युवती को विदेश ले जाने के बहाने उसके वॉट्सएप नंबर की डीपी बदल दी थी। ताकि लोगों को ये लगे कि युवती सऊदी अरब गई, वहीं से लापता है।
एसएसपी ने बताया, फिलहाल आरोपी संजय वर्मा ने कोर्ट से गिरफ्तारी का स्टे ले रखा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में सबूत पेश किया जाएगा। अन्य 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।