यूपी की राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर निवासी एक व्यापारी की दो बेटियां और उनकी सहेली संदिग्ध तरीके से लापता हो गई थीं। बता दें कि पुलिस को तीनों युवतियां बरेली के एक मॉल में मिली हैं। युवतियों ने बताया कि वह अपनी मर्जी से बरेली गई थीं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी में रहने वाले व्यापारी की दो बेटियां बुधवार शाम को संदिग्ध तरीके लापता हो गई। दोनों लड़कियां कानपुर से लखनऊ वापस आ रही थीं। इस दौरान इनके साथ कानपुर में दोस्त बनी एक युवती भी थी। जब तीनों देर रात तक घर नहीं पहुंची तो उनके परिजनों ने उन्हें तलाशना शुरूकर दिया। इसके बाद पुलिस को मामले की तहरीर दी गई। मामले पर एक्शन नहीं लिए जाने पर नाराज घरवालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुरुवार को थाने की घेराबंदी करने लगे। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो 22 घंटे बाद तीनों लड़कियों की लोकेशन बरेली मिली। बरेली स्थित एक मॉल से पुलिस ने तीनों युवतियों को बरामद किया।
गुरुपर्व में शामिल होने गई थीं कानपुर
तीनों ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से बरेली आई हैं। वहीं कृष्णानगर थाना प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कार वॉशिंग का काम करने वाले एक व्यापारी का राजनीति से भी संबंध है। व्यापारी ने पुलिस को बताया था कि गुरुपर्व में शामिल होने के लिए मंगलवार दोपहर दोनों बेटियां कानपुर के लिए निकली थीं। उन्होंने बताया कि कानपुर के मोती झील अशोकनगर में उनकी मुंहबोली बहन के घर गई थीं। इसके बाद बुधवार को वह दोनों कानपुर से लखनऊ के लिए गाजीपुर डिपो की बस में बैठीं। इस बीच जब व्यापारी ने साढ़े पांच बजे के आसपास अपनी बेटियों को कॉल किया तो उनका फोन बंद आ रहा था। जब देर रात वह दोनों नहीं आईं तो घरवाले आलमबाग बस स्टैंड पहुंच गए। जहां पर पता चला कि युवतियां बस से तो उतरी हैं लेकिन इसके बाद कहां गई, इसकी जानकारी नहीं हो पाई।
बरेली के मॉल में मिली युवतियां
वहीं जब पुलिस ने उसकी लोकेशन पता की तो पहली लोकेशन उन्नाव के अजगैन की मिली। इसके बाद पुलिस ने अजगैन पुलिस से संपर्क किया। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। घरवालों के हंगामे के बीच पुलिस को पता चला कि दोनों युवतियों के साथ उनकी एक सहेली भी कानपुर से गायब है। उसके परिजनों ने भी लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके बाद कानपुर से लेकर लखनऊ तक की पुलिस टीम युवतियों को तलाशने में जुट गई। जब 22 घंटे बाद युवतियों की लोकेशल बरेली मिली तो दो टीमें महिला पुलिस के साथ बरेली रवाना हो गईं। इस दौरान मॉल में घूम रही युवतियों को पुलिस ने रोका तो वह वापस आने से मना करने के साथ हंगामा करने लगीं। पुलिस ने युवतियों को बताया कि उनके पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसके बाद वह वापस आने के लिए राजी हुईं।
पुलिस मामले की कर रही जांच
प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि युवतियां बार-बार अपने बयान बदल रही हैं। उन्होंने बताया कि युवतियों का आरोप है कि उनके पिता उम्रदराज से उनकी शादी करवा रहे हैं। शादी का विरोध करने पर दबाव बनाया जा रहा था। इसलिए वह बरेली में रहने वाले मौसा के घर चली गई थीं। युवतियों ने पुलिस को बताया कि वह आलमबाग में उतरने के बाद कैसरबाग बस अड्डा पहुंची और वहां पर एक दोस्त से पांच हजार रुपए लेकर बरेली चली गई। फिलहाल पुलिस पैसे देने वाले युवक से भी मामले की पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि युवतियों के माता-पिता से उनका सामना कराकर असली कारण पता लगाया जाएगा।