माघ मेला 2020 की तैयारियां जोरों पर हैं। मेले की तैयारियों में प्रशासन जुटा हुआ है। इस बार माघ मेले में तकरीबन सभी प्रमुख विभागों के कैंप होंगे। इसके साथ ही डाक विभाग भी अपना कैम्प श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगाने जा रहा है। मेला क्षेत्र में अस्थाई इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक स्थापित किया जा रहा है
प्रयागराज(Uttar Pradesh ). माघ मेला 2020 की तैयारियां जोरों पर हैं। मेले की तैयारियों में प्रशासन जुटा हुआ है। इस बार माघ मेले में तकरीबन सभी प्रमुख विभागों के कैंप होंगे। इसके साथ ही डाक विभाग भी अपना कैम्प श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगाने जा रहा है। मेला क्षेत्र में अस्थाई इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक स्थापित किया जा रहा है। यदि किसी श्रद्धालु या कल्पवासी को मेले में रुपयों की जरूरत पड़ी और एटीएम कार्ड उपलब्ध नहीं है तो डाक विभाग उनकी मदद करेगा।
योगी सरकार ने माघ मेले को मिनी कुम्भ की तरह आयोजित करने का प्लान बनाया था। हांलाकि उसमे अभी भी काफी खामियां बाकी रह गई हैं। मेले की तैयारियों की बात की जाए तो कल्पवासियों का आना शुरू हो गया है, लेकिन अभी भी कई सेक्टर्स में चकर्ड प्लेट व शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है। मेला प्रशासन व लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर गंगा के कटान के कारण दलदल से तैयारियों में देरी होना बता रहे हैं। लेकिन अभी शौचालय व पेयजल की व्यवस्था न होना इस तर्क पर सवालिया निशान है। हांलाकि डाक विभाग मेले में कल्पवासियों व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जुट गया है।
आधार कार्ड देने से कैंप में मिल जाएंगे पैसे
प्रधान डाकघर के प्रवर डाक अधीक्षक संजय डी अखाड़े ने बताया कि मेले में डाक विभाग अपना कैंप लगा रहा है। कैंप में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक भी संचालित होगा। यहां यदि किसी श्रद्धालु के पास एटीएम कार्ड नहीं है तो पैसे की आवश्यकता होने पर आधार कार्ड से भी पैसे लिए जा सकेंगे। यहां आधार नंबर डालते ही स्क्रीन पर बैंक डिटेल आ जाएगा, इसके जरिए उसे नकद भुगतान कर दिया जाएगा।
कहीं भी पत्र भेजने या मंगाने की होगी सुविधा
प्रवर डाक अधीक्षक ने बताया कि डाक विभाग के कैंप से कहीं भी पत्र भेजने या मंगाने की सुविधा होगी। इस कैंप में एक डाकिया भी हमेशा मौजूद रहेगा। जो आपके आए पत्रों को आपके टेंट तक पहुंचाएगा। यही नहीं यहां से आपके द्वारा कहीं भी पत्र भेजने की भी सुविधा होगी।
चकर्ड प्लेट से सड़क बनाने का काम अधूरा
चकर्ड प्लेट का से सड़क बनाने का ज्यादातर काम बाकी है। लोक निर्माण विभाग ने तकरीबन हर सड़क पर चकर्ड प्लेट डाल दिया है लेकिन उसे बांधा नहीं गया है। इससे वाहनों के गुजरते ही वह इधर-उधर बिखर जाती है। जहां पर सड़क बन गई है, उस पर पानी का छिड़काव नहीं होने से वहां धूल उड़ रही है। कुछ सेक्टर ऐसे भी हैं जहां चकर्ड प्लेट लगाई ही नहीं आ सकी है या फिर अधूरी लगाई गई है।