उन्नाव में 8 दिसंबर से गायब युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। जिसमें युवती की मृत्यु दम घुटने से हुई हैं। युवती का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल टीम ने किया है। रिपोर्ट में गले की हड्डी टूटी मिली और सिर में दो गंभीर चोट हैं।
जितेन्द्र मिश्रा
उन्नाव: यूपी में एक तरफ जहां सभी पार्टियों के बीच सत्ता पाने की जंग जारी है तो वहीं दूसरी तरफ उन्नाव में 8 दिसंबर को लापता हुई युवती का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के साथी की निशानदेही पर खाली जमीन से युवती की लाश को बरामद किया है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट और परिजनों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर युवती का शव बरामद किया था। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था और डॉग स्क्वायड जांच में जुट गया।
लेकिन कुछ समय पहले आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मृत्यु दम घुटने से हुई हैं। युवती का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल टीम ने किया है। उस टीम में डॉ अजित सिंह, डॉ संजीव कुमार, डॉ निधि दुबे शामिल थी। तीनों डॉक्टर्स से युवती का पोस्टमार्टम करवाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई है। गले की हड्डी टूटी मिली और सिर में दो गम्भीर चोट हैं। डॉक्टरों ने जांच के लिए स्लाइड भी बनवाई गई है। साथ ही पूरे पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। शव बरामद होने की सूचना पर एसपी समेत कई थानों के फोर्स को मौके पर भी बुलाया गया था।
सपा नेता फतेहबहादुर के बेटे पर लगाया आरोप
बता दे कि मृतक युवती की मां ने पुलिस पर सपा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय फतेहबहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह से मिली भगत होने और लापरवाही का आरोप लगाया है। सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह की 8 तारीख से गायब थी। जिसके बाद पीड़ित मां ने 9 दिसंबर को ही पूर्व मंत्री के बेटे राजोल सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था।
वहीं मामला सपा के पूर्व राज्यमंत्री और कद्दावर नेता रहे फतेहबहादुर के बेटे से जुड़ा होने के चलते पुलिस लगातार हीला-हवाली कर रही थी। बेटी के लापता होने के बाद कोई ठोस कदम न उठाएं जाने और आरोपी राजोल सिंह के खुलेआम घूमने को लेकर पीड़ित माँ कई बार आला अधिकारियों से मिली लेकिन कार्रवाई के नाम पर कोई परिणाम नही निकला। कुम्भकर्णीय नींद में सो रहे जिम्मेदारों से परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। अंत मे जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो 24 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे कूद कर पीड़ित माँ ने आत्मदाह की कोशिश की थी।
सियासत हुई गर्म, मायावती ने सरकार से जल्द एक्शन लेने की मांग
इस पूरे मामले पर अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस मामले को दुखद बताते हुए राज्य सरकार से जल्द से जल्द सख्त एक्शन लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
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