इस संकट ने कानपुर के युवा उद्यमियों को एक नया रास्ता दिखा दिया है। कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाली चीजों को बनाने के 62 स्टार्टअप कानपुर में शुरू हुए हैं। ये सभी संकट के इस दौर में बेहद कम मुनाफे पर कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाले सामान बनाएंगे।
कानपुर( Uttar Pradesh ). कोरोना संकट ने आम जनजीवन को ही नहीं बल्कि उद्योग-धंधों को भी संकट में डाल दिया है। देश में सभी कंपनियां ठप हैं। जहां आवश्यकतानुसार कार्य हो भी रहा हो वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का उपयोग होने के कारण उत्पादन कम हो रहा है। लेकिन इस संकट ने कानपुर के युवा उद्यमियों को एक नया रास्ता दिखा दिया है। कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाली चीजों को बनाने के 62 स्टार्टअप कानपुर में शुरू हुए हैं। ये सभी संकट के इस दौर में बेहद काम मुनाफे पर कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाले सामान बनाएंगे।
संयुक्त निदेशक उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला के मुताबिक संकट की इस घड़ी में कई नई प्रतिभाएं सामने आई हैं। जो स्टार्टअप के माध्यम से देश की मदद करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि जिला उद्योग निदेशालय में प्रतिदिन युवा आ रहे हैं जो फैक्ट्री डालना चाहते हैं। अच्छी बात ये है कि सभी शिक्षित हैं और उनके पास विजन है। क्वालिटी से समझौता न करने की शर्त है और इसके लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी को अपना रहे हैं। जरूरी उत्पादों से जुड़ी 750 इकाइयों खोलने की अनुमति दी जा चुकी है। यही नहीं कई दूसरी कम्पनियां अब कोरोना से बचाव में इस्तेमाल होने वाली चीजें बनाने जा रही हैं।
कानपुर में ही तैयार होगा PPE सूट
स्टार्टअप शुरू करने वाले युवा उद्यमी बेहद सस्ते पीपीई सूट तैयार कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये दौर ज्यादा मुनाफा कमाने का नहीं बल्कि देश की जरूरतों को पूरा करने का है। इन उत्पादों को बनाने के लिए इस्तेमाल में आने वाले रॉ मैटेरियल का आयात चीन से होता था। जो इस समय बंद है। लेकिन इसका भी हल निकाल लिया गया है। इन उद्यमियों ने लोकल स्तर से कच्चा माल जुटाया है।
सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग कर हो रहा काम
हमराज इंटरनेशनल के मालिक याकूब हमराज के मुताबिक वह लोग अब मुनाफा कमाने से कोई मतलब नहीं रख रहे हैं। इस समय देश की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। डिस्पोजेबल बैग के साथ मास्क, कवरआल, हेडकवर और शू कवर आदि तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस समय इसकी मांग बहुत है लेकिन फैक्ट्री में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की वजह से केवल 20 फीसदी क्षमता के साथ काम हो पा रहा है। अब तक 15 हजार पीस की सप्लाई हो चुकी है।
एथेनॉल और ग्लिसरीन से बना रहे सेनेटाइजर
पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स का उत्पाद करने वाली कम्पनी ग्रेसिया प्रोडक्ट्स के मालिक अनुज मिश्रा का कहना है कि इस समय वह सेनेटाइजर बनाने की तैयारी कर चुके हैं । आयुष मंत्रालय की अनुमति अभी नहीं मिल पाई है। उन्होंने बताया कि लैब में रिसर्च करके सेनेटाइजर तैयार कर लिए हैं। एथेनाल और ग्लिसरिन सहित कई कॉम्बिनेशन में सेनेटाइजर बनाऊंगा,जो कोरोना से बचाव के साथ स्किन फ्रेंडली होंगे। इसकी प्रति 200 एमएल की कीमत 100 रुपए से ज्यादा नहीं होगी।