यूपी के प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद समेत कई संतों को जहर देकर हत्या की साजिश की जानकारी दी गई है। बता दें कि धमकी देने वाले युवक को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
प्रयागराज: निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की हत्या की साजिश रची जा रही है। बताया जा रहा है कि कैलाशानंद गिरी महाराज को नए साल यानि की 1 जनवरी को हरिद्वार में आयोजित होने वाले जन्मोत्सव कार्य़क्रम में प्रसाद में जहर मिलाकर देने की योजना बन रही है। शक के आधार पर पुलिस एक युवक को हिरासत में लेकर मामले की पूछताछ कर रही है। बता दें कि शनिवार देर रात पुलिस, क्राइम ब्रांच और यमुनापार नगर के डीसीपी ने पूछताछ की है। वहीं पुलिस ने मामले की शिकायत करने वाली महिला महामंडलेश्वर को भी कोतवाली बुलाया है। महिला अखाड़ा की महामंडलेश्वर त्रिकाल भवंता ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी।
जन्मदिन पर बनाई हत्या की साजिश
त्रिकाल भवंता ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले एक युवक ने उन्हें फोन कर आश्रम से बाहर मिलने के लिए बोला था। इसके बाद बीते शनिवार को युवक आश्रम आया। युवक ने महिला अखाड़ा की महामंडलेश्वर को बताया कि वह बागपत जनपद के टटीरी गांव निवासी है। इस दौरान युवक ने उनसे कहा कि 1 जनवरी को हरिद्वार आश्रम निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज का जन्मदिवस कार्यक्रम होगा। जिसमें देश-विदेश से कई संत आएंगे। कार्यक्रम में प्रसाद के तौर पर बंटने वाली खीर में जहर मिलाकर वह कैलाशनंद गिरी की हत्या कर देगा। महामंडलेश्वर त्रिकाल भवंता के अनुसार, युवक ने बताया कि कैलाशानंद ने उससे नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये लिए थे। लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगवाई।
पुलिस कर रही मामले की पड़ताल
इसी बात को लेकर वह कैलाशनंद गिरी से नाराज है। वहीं पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही पुलिस युवक से पूछताछ करती रही। इसके बाद अधिकारियों ने भी महामंडलेश्वर त्रिकाल भवंता से बंद कमरे में बातचीत की। पुलिस का कहना है कि जब महिला महामंडलेश्वर से युवक को मिलवाया गया तो वह बार-बार अपने बयान बदल रही हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने पहले स्वामी कैलाशानंद गिरी को फोन कर मामले की जानकारी दी कि उन्हें बागपत से मारने के लिए एक युवक आया है। इसके बाद उन्होंने पुलिस को बताया कि महिला महामंडलेश्वर को युवक मारने के लिए आया है। जिसके बाद पुलिस इस पशोपेश में फंस गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 22 दिसंबर को युवक त्रिकाल भवंता के यहां आया था। हिरासत में लिए गए युवक ने बताया कि वह माघ मेला घूमने के लिए प्रयागराज आया था। फिलहाल युवक सभी आरोपों को निराधार बता रहा है।