7 अखाड़ों के महामंडलेश्वरों सहित कुल 14 पदाधिकारियों को मारने की रचने वाले युवक को पुलिस ने प्रयागराज से 7 दिन की रिमांड पर लिया है। बता दें कि इस दौरान पुलिस पूछताछ में युवक ने कई बड़े-बड़े खुलासे किए हैं।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से 7 अखाड़ों के महामंडलेश्वरों सहित कुल 14 पदाधिकारियों को मारने की साजिश रचने वाले युवक योगेंद्र शर्मा उर्फ विक्रम सिंह को पुलिस ने 7 दिन की रिमांड पर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कई बड़े-बड़े खुलासे किए हैं। आरोपी ने बताया कि 20 करोड़ में उसने त्रिकाल भवंता से महामंडलेश्वरों को जहर देकर मारने की पेशकश की थी। बता दें कि यमुनापार के नैनी के नए पुल के नीचे स्थित परी अखाड़े की महामंडलेश्वर त्रिकाल भवंता ने 24 दिसंबर को नैनी कोतवाली में मामले की तहरीर दी थी। त्रिकाल भवंता ने तहरीर में बताया कि बागपत निवासी योगेंद्र शर्मा उर्फ विक्रम सिंह उनके आश्रम में रुका था। आरोपी विक्रम एक जनवरी 2023 में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज को जन्मदिन पर खीर में जहर देकर मारने की योजना बना रहा था।
पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार
आरोपी इस मौके पर न सिर्फ कैलाशानंद गिरि बल्कि 7 अखाड़ों के महामंडलेश्वर सहित 14 पदाधिकारियों को प्रसाद की खीर में जहर देकर मारने की साजिश रच रहा था। हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस फौरन एक्शन में आ गई। पुलिस ने युवक को आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस और एसटीएफ ने युवक को 7 दिन की रिमांड पर लेकर मामले की पूछताछ कर रही है। त्रिकाल भवंता ने बताया कि 21 दिसंबर को उनके पास युवक का फोन आय़ा था। इस दौरान युवक ने कहा कि वह कैलाशानंद गिरि महाराज का खास है और त्रिकाल भवंता से काम है। जिसे वह मिलकर ही बता सकता है। इसके बाद 24 दिसंबर को युवक ने आश्रम आकर उनके सामने यह पेशकश रखी। त्रिकाल भवंता को युवक ने कागज पर एक-एक चीज नक्शे के रूप में बनाकर दिया।
आरोपी के पास मिला नकली पासपोर्ट
युवक ने अच्छे तरीके से आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद की रेकी की थी। जैसे वह कहां सोते हैं, कितनी गाड़ियां हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस के गिरफ्तार करने से पहले युवक ने कागज को फाड़कर फेंक दिया है। त्रिकाल भवंता ने कहा कि युवक उनकी भी हत्या कर सकता है। आरोपी विक्रम ने 20 लाख रुपये खर्च कर नकली पासपोर्ट बनवा रखा है। पुलिस और STF को आरोपी ने बताया कि महामंडलेश्वर त्रिकाल भवंता और महामंडलेश्वर कैलाशानंद के बारे में उसने गूगल पर सर्च किया था। कितना धन है, कितनी गाड़ियां हैं, किससे क्या विवाद है। डीसीपी यमुनानगर सौरभ दीक्षित ने बताया कि पकड़े गए संदिग्ध युवक से कई एजेंसियां पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि रेकी करने के लिए युवक 29 नवंबर को कैलाशानंद के आश्रम भी गया था। इस दौरान वह आश्रम में 4 घंटे तक रुका था।
पुलिस कर रही मामले की जांच
बता दें कि देश के बड़े संत की साजिश का खुलासा होने और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद हर कोई हैरान है। सनातन धर्म के खिलाफ गहरी साजिश का आरोप लगाते हुए महामंडलेश्वर ने पुलिस से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है। मामले की जांच में सामने आया है कि आरोपी के पास योगेंद्र शर्मा और विक्रम सिंह के नाम से दो आधार कार्ड और हाईस्कूल की मार्कशीट बरामद हुई है। जिसके पता और पिता का नाम भी अलग-अलग था। जबकि दोनों पर फोटो एक ही शख्स की थी। बताया गया है कि आरोपी विक्रम त्रिकाल भवंता की अखाड़े को मान्यता दिलाने का झांसा देकर रुपए ऐंठने की फिराक में था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।