प्रयागराज में सांसद केशरी देवी ने जनप्रतिनिधियों की बात न सुनने वाले अधिकारियों को हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों की वजह से विकास कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। लिहाजा इन्हें हटाया जाए।
प्रयागराज: राष्ट्र के विकास के लिए गांव का विकास जरूरी है। इसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को होगी। सभी को अपना गांव आदर्श बनाना होगा। इसके लिए ग्राम प्रधान को ग्राम सचिव व अन्य अधिकारियों से सामंजस्य बैठाना होगा। यह मंत्र फूलपुर सांसद केशरी देवी पटेल ने अपने निवास पर आने वाले प्रधानों को दिए।
अधिकारियों से किया गया आग्रह
सांसद केशरी देवी ने कहा कि गांव में छोटे-छोटे विवाद निपटाकर विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए। प्रधान स्वंय को गांव का प्रधानमंत्री समझे और अफसरों के साथ सामंजस्य बैठाकर विकास के कार्यों को गति प्रदान करवाएं। जो कार्य धरातल पर चल रहे हैं उनकी गुणवत्ता का भी पूरा ख्याल रखा जाए। इस दौरान उन्होंने अफसरों को फोन कर गांव में कैंप करने का आग्रह भी किया। कहा कि गांव में जाएंगे तभी लोगों की समस्याओं को समझ पाएंगे। इससे कई छोटे-छोटे लेकिन महत्वपूर्ण विवादों को निपटाने में सफलता मिल सकेगी।
इन सरकारी अफसर या कर्मचारियों को हटाने की हुई मांग
सांसद ने इस बीच एक कार्यक्रम के दौरान मंडलायुक्त संजय गोयल से मुलाकात कर कई अधिकारियों को हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास में बाधक कारकों को दूर किया जाए। ऐसे सरकारी अफसरों या कर्मचारियों को हटाया जाए जो ग्राम प्रधान या अन्य जन प्रतिनिधियों की बातों को नहीं सुनते हैं। लगातार शिकायते आ रही हैं कि कई अधिकारी या कर्मचारी मुद्दों को नाक की बात बना लेते हैं। यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है क्योकि इससे आम आदमी की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ जाते हैं। हालांकि उसके बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती।
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