यूपी की जेलों में बंद कैदियों ने संकट की इस घड़ी में रचा इतिहास, 10 दिन में बनाए सवा लाख मास्क

देश पर जब कोरोना वायरस का संकट मंडराया तो इन कैदियों ने भी देश की मदद करने का बीड़ा उठाया। कैदियों ने जेल प्रशासन से बात करके मास्क तैयार करना शुरू किया। जेल प्रशासन ने कैदियों को जरूरी समान मुहैया कर दिया। जिसके बाद कई जेलों में सिलने की कला में निपुण कैदियों ने मास्क बनाना शुरू कर दिया

Asianet News Hindi | Published : Mar 25, 2020 1:20 PM IST

लखनऊ (Uttar Pradesh ). कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से पैदा हुए संकट के बीच सभी विभाग अपने-अपने स्तर से योगदान देने में जुटे हैं। इस मुहिम में कारागार विभाग भी पीछे नहीं है। यूपी की जेलों में बंद कैदियों ने इस संकट की घड़ी में सरकार व प्रदेश वासियों की मदद करते हुए इतिहास रचा है। कैदियों ने पिछले 10 दिनों में जेल में ही सवा लाख से अधिक मास्क तैयार कर डाले हैं। ये सारे मास्क कैदियों में वितरित करने के बाद अब लागत रेट पर जिला प्रशासन व रेलवे को बेंचने की तैयारी है। 

जानकारी के अनुसार सूबे की जेलों में तकरीबन एक लाख तीन हजार कैदी इस समय बंद हैं। इसमें से कई कैदी हैं जिन्हे सजा हो चुकी है। देश पर जब कोरोना वायरस का संकट मंडराया तो इन कैदियों ने भी देश की मदद करने का बीड़ा उठाया। कैदियों ने जेल प्रशासन से बात करके मास्क तैयार करना शुरू किया। जेल प्रशासन ने कैदियों को जरूरी समान मुहैया कर दिया। जिसके बाद कई जेलों में सिलने की कला में निपुण कैदियों ने मास्क बनाना शुरू कर दिया। 

10 दिन पहले ही शुरू किया था मास्क बनाने का काम  
यूपी के डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि 10 दिन पहले से ही उत्तर प्रदेश की जेलों में मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। आनंद कुमार के मुताबिक यूपी की 71 में से 63 जेलों में सिलाई यूनिट लगी हुई है। सिलाई यूनिट वाली जेलों में जो बंदी हैं, उनसे मास्क बनाने का काम शुरू करवाया गया था। 

सभी बंदियों को मिल चुका है मास्क 
डीजी जेल ने बताया 10 दिन में ही इन 63 जिलों से 1,24,682 मास्क तैयार किए गए। इस समय यूपी की सभी जेलों में बंद बंदियों को मास्क वितरित किया जा चुका है। अब जो मास्क बचे हैं, उसको लागत रेट पर जिला प्रशासन और रेलवे को बेचा जा रहा है। 

सूबे की दो जेलों में चल रहा सेनेटाइजर बनाने का काम 
डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि जल्द ही हम सेनेटाइजर भी बना लेंगे। लखनऊ और मथुरा जेल के कैदियों ने सेनेटाइजर बनाने का भी काम शुरू किया है। जल्द ही हमारी जेलों में खुद से बनाया हुआ सेनेटाइजर भी उपलब्ध होगा। 
 

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