प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दुकानों का आवंटन 20 अप्रैल से शुरू हो जाएगा। इस बात की जानकारी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ सुनील वर्मा ने दी है। सीईओ डॉ. सुनील वर्मा ने बताया कि आवंटन प्रक्रिया में कॉरिडोर निर्माण से प्रभावित दुकानदार या किरायेदार ही भाग ले सकते हैं।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के काशी विश्वधाम व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र में 20 अप्रैल से दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसकी जानकारी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ सुनील वर्मा ने दी है। सीईओ डॉ. सुनील वर्मा ने बताया कि आवंटन प्रक्रिया में कॉरिडोर निर्माण से प्रभावित दुकानदार या किरायेदार ही भाग ले सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि दुकानों के लिए इच्छुक व्यक्ति 20 से 27 अप्रैल तक सुबह 10 से शाम 5 बजे तक कार्यालय में सम्पर्क कर अपने कागजात जमा करें। उसके बाद दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
दुकानदारों में है हर्ष का माहौल
काशी विश्वनाथ धाम बनने के समय इससे प्रभावित हुए दुकानदारों ने लगातार प्रदर्शन किया था और सरकार कई दिनों तक रोजी-रोटी पर सवाल किया था। दुकानदारों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भी मिला था। वहीं विश्वनाथ धाम बनने के बाद कई लोगों ने ऑनलाइन दुकानों के आवंटन को लेकर साल 2021 में फ्रॉड भी किया था। जिन्हें पुलिस ने पकड़ कर जेल की हवा खिलाई। अब जबकि मंदिर प्रशासन ने इस आशय की जानकारी दी है तो दुकानदारों में हर्ष का माहौल है।
सीएम योगी ने की थी बैठक
बता दें की विश्वनाथ धाम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 6 जनवरी को वाराणसी दौरे में सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही क्राउड मैनेजमेंट और यहां पर दुकानों के आवंटन प्रक्रिया को लेकर महत्तवपूर्ण बैठक की थी। सीएम योगी के साथ बैठक के बाद काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद ने बताया था कि विश्वनाथ मंदिर में उपलब्ध दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया अप्रैल महीने में शुरू की जाएगी। मंदिर प्रशासन के अनुसार 10 अप्रैल 2022 से दुकानों के आवंटन और नीलामी की प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी। लेकिन इसको लेकर स्थिति साफ हो गई है कि 20 अप्रैल से दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
क्रय की गई दुकानों के मालिकों को उस वक्त मंदिर प्रशासन की तरफ से यह आश्वासन दिया गया था कि मंदिर परिसर में दुकानों के निर्माण के दौरान इसके आवंटन और नीलामी प्रक्रिया में पहले उन दुकानदारों को तरजीह दी जाएगी जिनकी दुकान क्रय की गई हैं। इसी आधार पर दुकानदार पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन करके भिक्षाटन भी करने में जुटे हुए थे। जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने नीलामी व आवंटन प्रक्रिया में विश्वनाथ धाम निर्माण के दौरान क्रय की गई दुकानों के मालिकों को पारदर्शी तरीके से पूरा मौका दिए जाने की बात कही है।
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