यूपी चुनाव को लेकर लखनऊ में प्रत्याशियों की सामने आई लिस्ट के बाद लोग यह मान रहे हैं कि कई सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों के चयन में राजनाथ सिंह का ही योगदान हैं। वहीं समाजवादी पार्टी में टिकट वितरण में लोग महिला सभा राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह का भी अहम योगदान मान रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा चुनाव के लिए मिले टिकटों को देखने के बाद राजनीतिक गलियारों में एक नाम की चर्चा जोरों से हैं, वह नाम है राजनाथ सिंह। कहा जा रहा है कि राजनाथ सिंह ही कई नेताओं के लिए 'उद्धारकर्ता' बने हैं। लखनऊ में कई नामों को लेकर पहले से ही चर्चा जोरों पर थी। इसमें से कई का टिकट कटना था तो कई नई चेहरों को जगह मिलनी थी। लेकिन जो टिकट फाइनल होकर सामने आए हैं उसके बाद भले ही बड़े नेता न स्वीकार करें लेकिन स्थानीय नेता और कार्यकर्ता टिकट बंटवारे में राजनाथ सिंह का बड़ा हाथ मान रहे हैं। वहीं भाजपा के बड़े नेताओं का कहना है कि सांसद राजनाथ सिंह विधानसभा के टिकटों में दखलंदाजी नहीं करते हैं।
आपको बता दें कि भाजपा के दिग्गज नेता रहे लालजी टंडन के बेटे और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन की सीट भी खतरे में बताई जा रही थी। टिकट के ऐलान के कुछ दिन पहले तो यहां तक बाते सामने आई थीं कि आशुतोष टंडन नाराज हैं और उनको मनाने के लिए डिप्टी सीएम और मंत्री भी उनके आवास पर पहुंचे। लेकिन जब प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हुआ तो उनकी सीट नहीं बदली गई।
बक्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र से योगेश शुक्ला को टिकट मिलने पर भी लोग आश्चर्य जता रहे हैं। बीकेटी चेयरमैन अरुण सिंह गप्पू, माल प्रधान संघ अध्यक्ष संयोगिता सिंह चौहान, मौजूदा विधायक अविनाश त्रिवेदी और दीपक शुक्ला तिरंगा महाराज समेत कई अन्य इस सीट को लेकर टिकट की मांग कर रहे थे। हालांकि पार्टी ने योगेश शुक्ला पर विश्वास जताया।
चर्चाएं तो उत्तर विधानसभा सीट से विधायक डॉ. नीरज बोरा का टिकट कटने को लेकर भी जोरों से थी। हालांकि वह भी राजनाथ सिंह के खास बताए जाते हैं और उन्हें इस बार भी उत्तरी विधानसभा से ही प्रत्याशी बनाया गया है। जिसके बाद लोग इसे भी दबी जुबान राजनाथ सिंह की ही मेहरबानी बता रहे हैं।
सपा नेत्री जूही सिंह की टिकट वितरण में लोग बता रहें अहम भूमिका
लखनऊ के टिकट वितरण में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह का अहम योगदान रहा है। यही कारण बताया जा रहा है कि मलिहाबाद विधानसभा सीट से पहले पूर्व सांसद सुशीला सरोज को पार्टी ने टिकट दिया था। हालांकि जब उन्होंने खुद ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया तो वहां से सोनू कनौजिया को उम्मीदवार बनाया गया। वहीं उत्तर विधानसभा से पूजा शुक्ला को भी टिकट मिलने पर कुछ लोग दबी जुबां जूही सिंह का ही योगदान बता रहे हैं।