कुछ ऐसा होगा रामलला का मंदिर, परिसर में लगेंगी 150 से ज्यादा मूर्तियां, इस तरह मिलेगी इंट्री

गेट पर स्वागत करते हुए मूर्तियों की नक्काशी होगी। नक्काशीदार खंभों में भी मूर्तियां उकेरी जाएंगी। पूरे परिसर में 150 से ज्यादा मूर्तियां लगेंगी। म्यूजिकल फव्वारा भी होगा। यहां आकर्षक लाइटिंग भी होगी। इसके आसपास श्रद्धालु बैठ सकेंगे। 
 

Ankur Shukla | Published : Feb 26, 2020 8:16 AM IST / Updated: Feb 26 2020, 02:03 PM IST

अयोध्या (Uttar Pradesh)। अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण जल्द शुरू होगा। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही है। खबर है मंदिर का मॉडल भगवान विष्णु के पसंदीदा अष्टकोणीय आकार में होगा। इतना ही नहीं मंदिर में रामलला पूरबमुखी होंगे। इसके अलावा धाम के बाहर परिसर में 150 से ज्यादा देवी-देवताओं की भव्य मूर्तियां विधि-विधान से स्थापित की जाएंगी। श्रद्धालु पब्लिक प्लाजा, लोटस पोंड होते हुए नए गेट से प्रवेश करेंगे तथा राम कॉरिडोर से होकर मंदिर तक पहुंचेंगे। इन सब के लिए बहुत जल्द कार्यशाला होगी, जिसमें विहिप के प्रस्तावित राममंदिर के मॉडल की समीक्षा होगी।

पूरबमुखी होंगे रामलला
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से निर्माण कार्य की अगुवाई के लिए अधिकृत देवरिया के मूल निवासी रिटायर आईएएस नृपेंद्र मिश्र जल्द ही अयोध्या आने वाले हैं। सूत्र बताते हैं कि ऑफिसियो ट्रस्टी व जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के जरिए वह 70 एकड़ भूमि की मौजूदा स्थिति की एक-एक इंच माप करके डिजाइन मंगवा चुके हैं। इसमें विराजमान रामलला पूरबमुखी हैं। 

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संग्रहालय का भी होगा निर्माण
खबर है कि 29 फरवरी को निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र अयोध्या आ सकते हैं। उन्होंने इसके लिए परिसर की भव्यता का पूरा खाका तैयार कराया है। इसमें शिलाखंडों से ही 6 मीटर चौड़ाई और 15 मीटर ऊंचाई के दो बड़े प्रवेश व निकास द्धार बनने हैं। पब्लिक प्लाजा, लोटस पोंड, राम कॉरिडोर बनेंगे। संग्रहालय भी बनेगा। 

इस तरह कर पाएंगे प्रवेश
श्रद्धालु पब्लिक प्लाजा, लोटस पोंड होते हुए नए गेट से प्रवेश करेंगे और राम कॉरिडोर से होकर मंदिर तक पहुंचेंगे। यह काम राजस्थान के बंसी पहाड़पुर पत्थरों से होगा। गेट और कॉरिडोर के पत्थरों को तराशने के लिए जल्द ही ऑर्डर दिए जाएंगे। 

धाम क्षेत्र में होगा म्यूजिकल फव्वारा
गेट पर स्वागत करते हुए मूर्तियों की नक्काशी होगी। नक्काशीदार खंभों में भी मूर्तियां उकेरी जाएंगी। पूरे परिसर में 150 से ज्यादा मूर्तियां लगेंगी। म्यूजिकल फव्वारा भी होगा। यहां आकर्षक लाइटिंग भी होगी। इसके आसपास श्रद्धालु बैठ सकेंगे। 

कार्यशाला में होगी समीक्षा
निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्रमिश्र के साथ ट्रस्ट के महासचिव व राममंदिर मॉडल के प्रमुख शिल्पकार रहे चंपत राय भी दिल्ली से अयोध्या आएंगे। उनके साथ अनुभवी इंजीनियरों की टीम भी होगी। यह टीम कार्यशाला भी जाएगी। विहिप के प्रस्तावित 128 फीट ऊंचा, 140 फीट चौड़ा और 268.5 फीट लंबे राममंदिर की तैयारी की समीक्षा होगी। यह मॉडल भगवान विष्णु के पसंदीदा अष्टकोणीय आकार में होगा। 

दो मंजिला में मंदिर में लगेंगे 1.75 लाख घन फुट पत्थर
नागर शैली में पूर्णतया पत्थरों से बनने वाले दो मंजिला मंदिर में पांच प्रखंड होंगे। दो मंजिला मंदिर में करीब 1.75 लाख घन फुट पत्थर लगने हैं, जिसके सापेक्ष एक लाख पत्थर तराशने का विहिप दावा करती है। हालांकि, गर्भगृह का निर्माण अभी होना है जहां मूर्ति की पूजा की जाएगी। इसके अलावा मंदिर के नीचे पूरी सतह की नींव छह फीट आरसीसी से बनेगी, इसके बाद पूरी सतह पर बंशी पहाड़पुर के पत्थर की मोटी लेयर से होगी, जिस पर मंदिर निर्माण होगा।

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