छात्र संगठनों का बिहार बंद आह्वान, कग्रेस नेता अजय राय और राघवेंद्र चौबे को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट

RRB-NTPC के रिजल्ट में धांधली को लेकर आज छात्र संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस नेता अजय राय और राघवेंद्र चौबे को पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 28, 2022 8:58 AM IST / Updated: Jan 28 2022, 02:46 PM IST

वाराणसी: RRB-NTPC परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर आज छात्र संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया है। छात्र संगठनों के समर्थन में बिहार में कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दल भी सड़क पर हैं। इसे देखते हुए वाराणसी में भी कांग्रेस नेताओं के घर पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। वाराणसी निवासी कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अजय राय को तो पुलिस की ओर से कहा गया कि आज आपकी जान को खतरा है। इसे देखते हुए पुलिस ने उनके घर से निकलने पर रोक लगा दिया है। शुक्रवार की सुबह अजय राय को उनके चेतगंज स्थित आवास पर हाउस अरेस्ट कर दिया गया। घर के बाहर भारी पुलिस फोर्स लगा दी गई है।

रोहनिया विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल पुलिस की निगरानी में अपने घर पर बैठे हुए। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय में पुलिस की निगरानी में बैठे हुए। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि कांग्रेस के कई नेताओं और सक्रिय कार्यकर्ताओं के घर पर पुलिस का पहरा है। मैं खुद पुलिस के पहरे में अपने कार्यालय आया हूं, क्योंकि आज हमारी पार्टी के नेता विजेंदर सिंह और सुप्रिया श्रीनाते वाराणसी आ रही हैं। हमारे जिलाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के पदाधिकारियों के घर पर भी पुलिस बैठी हुई है और उन्हें कहीं आने-जाने नहीं दे रही है।

कुछ दिन पहले ही RRB-NTPC के रिजल्ट में धांधली के विरोध में बिहार और यूपी में छात्रों ने प्रदर्शन किया। गया जंक्शन पर आक्रोशित छात्रों ने ट्रेन में आग लगा दी थी। पटना, नवादा, नालंदा, बक्सर, आरा सहित कई अन्य इलाकों में भी छात्र रेलवे ट्रैक पर उतरे और नारेबाजी करने लगे थे। छात्र  RRB-NTPC परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। आपको बता दे कि छात्रों के प्रदर्शन के बाद रेलवे ने एक समिति बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी। उसके बाद दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएं सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी। 

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