
लखनऊ (Uttar Pradesh) । मोहाली की कोर्ट में पेश किए गए विधायक अंसारी की एंबुलेंस को लेकर विवाद थम नहीं रहा। जांच में पता चला कि जिस एंबुलेंस में अंसारी को पेश किया गया उसके डॉक्यूमेंट फर्जी हैं। बाराबंकी में ऐसा कोई अस्पताल नहीं है जिसका नाम रजिस्ट्रेशन करवाते वक्त लिखा गया। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की पंजाब के कोर्ट में पेशी में इस्तेमाल होने वाली एंबुलेंस के मामले में यूपी के के पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि यह चलता-फिरता किला है, जिसमें मुख्तार अपने प्रिय हथियार .38 बरेटा पिस्टल, .357 मैग्नम रिवाल्वर, .45 पिस्टल और सैटेलाइट फोन रखता है।
मुख्तार के साथ चलती थी एंबुलेंस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बृजलाल के ने कहा है कि, मुख्तार अंसारी जब उप्र विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने आता था, तब यह एंबुलेंस भी आती थी। पंजाब की रोपड़ जेल के बाहर भी यही एंबुलेंस खड़ी रहती है। इससे पंजाब सरकार व मुख्तार के बीच मिलीभगत उजागर होती है।
डा. अल्का ने किया ये दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एंबुलेंस के मामले में शुक्रवार को बाराबंकी जिले में डा. अलका राय के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। परिवहन विभाग ने शुरूआती जांच में पाया है कि इस एंबुलेंस के पंजीकरण के कागजात भी फर्जी हैं। बीजेपी गोरक्ष प्रांत की महिला मोर्चा की महामंत्री डॉ.अलका राय ने पुलिस को तहरीर दी, जिसमें बताया कि वर्ष 2015 में मुख्तार के प्रतिनिधि ने उनसे एक कागज पर दस्तखत कराया था, जिसमें बताया था कि जनता के लिए मऊ विधायक एक एंबुलेंस खरीद रहे हैं, इसके लिए किसी अस्पताल का रिफ्रेंस होना जरूरी है। इसलिए उन्होंने दस्तखत कर दिए थे।
जेल में कुछ ऐसे काम करता था मुख्तार
बृजलाल ने कहा कि बृजलाल ने दावा किया है कि मुख्तार को विदेशी फंडिंग भी होती रही है। 2004 में गाजीपुर जेल में रहते हुए तत्कालीन DM जेल में उसके साथ बैडमिंटन खेलते थे। मुख्तार जेल में तालाब बना कर मछली पालता था।
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