Special Story: यूपी चुनाव में टिकट न मिलने से बगावत पर उतरे नेता, सपा यह रणनीति बनाकर कर रही साधने का प्रयास

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के बागी हो रहे नेताओं को साधने के लिए पार्टी नई रणनीति पर काम कर रही है। इसके लिए इन नेताओं को संगठन में पद देकर साधने का प्रयास किया जा रहा है। पार्टी की ओर से यह प्रयास दलबदल को रोकने और एकजुटता का संदेश देने के लिए किया जा रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 29, 2022 6:53 AM IST / Updated: Jan 29 2022, 12:52 PM IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से टिकट न मिलने से नाराज कई दावेदार बगावत पर उतर आए हैं। इसी बीच पार्टी ने नाराज इन नेताओं को साधने के लिए नई पहल शुरु कर दी है। टिकट न मिलने से निराश हो रहे जमीनी नेताओं को पार्टी संगठन के जरिए साधने का प्रयास कर रही है। पार्टी एक ओर संगठन में ऐसे नेताओं को जगह देकर उन्हें दलबदल करने से रोक रही है तो वहीं दूसरी ओर एकजुटता का भी संदेश दे रही है। 

यूपी चुनाव को लेकर एक ओर जहां समाजवादी पार्टी की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर पार्टी से नाराज हो रहे नेताओं को साधने का काम भी जारी है। उदाहरण के तौर पर बात की जाए तो बरेली कैंड से नूतन शर्मा, बहेड़ी से नसीम अहमद के बाद शुक्रवाकर को भोजीपुरा से टिकट के दावेदार रहे मनोहर सिंह पटेल को जिला कार्यकारिणी में स्थान दिया गया। विशाल सिटी निवासी मनोहर सिंह पटेल को सपा की जिला कार्यकारिणी में जिला उपाध्यक्ष नामित किया गया। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी। 

नाराज कई नेता कर चुके हैं दलबदल
दरअसल समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेता और उनके समर्थक अपने पसंदीदा व्यक्ति को टिकट न मिलने पर दलबदल कर चुके हैं। पार्टी चुनाव से ठीक पहले इन मिल रहे झटकों को रोकने के लिए यह बड़ा कदम उठा रही है। साफतौर पर प्रयास किया जा रहा है कि जो भी नेता नाराज दिख रहे हैं या जिनके नाराज होने के आसार है उन्हें टिकट न मिलने पर संगठन में जगह दी जाए। पार्टी की यह नई पहल एक ओर जहां एकजुटता का संदेश दे रही है तो वहीं दूसरी ओर नाराज हो रहे नेताओं के दलबदल पर रोक लगाने ने भी असरदार साबित हो रही है। 

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