राजधानी में रविवार को हुई विश्व हिंदू महासभा के नेता रंजीत बच्चन की हत्या मामले में सियासत शुरू हो गई है। सपा ने हत्याकांड के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफ की मांग की है। सपा की तरफ एक ट्वीट कर लिखा गया दिनदहाड़े हुई इस हत्या से आम जनमानस में दहशत है। यूपी में सरकार और पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
लखनऊ (Uttar Pradesh). राजधानी में रविवार को हुई विश्व हिंदू महासभा के नेता रंजीत बच्चन की हत्या मामले में सियासत शुरू हो गई है। सपा ने हत्याकांड के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफ की मांग की है। सपा की तरफ एक ट्वीट कर लिखा गया दिनदहाड़े हुई इस हत्या से आम जनमानस में दहशत है। यूपी में सरकार और पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
सपा से जुड़े रहे हैं रंजीत बच्चन
रंजीत बच्चन रविवार को मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। रास्ते में बाइक से आए बदमाशों ने बीच सड़क गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, रंजीत सपा के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते थे। कहा जाता है कि इसी वजह थी उन्हें हजरतगंज के पॉश ओसीआर बिल्डिंग में फ्लैट आवंटित किया गया था।
मोबाइल स्नैचिंग से जोड़कर देख रही पुलिस
वहीं, हत्याकांड के बाद मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। कमिश्नर ऑफ पुलिस सुजीत पांडेय के निर्देश पर चौकी प्रभारी परिवर्तन चौक संदीप व पीआरवी पर तैनात तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया, हमलावरों ने रंजीत और उनके मौसेरे भाई आशीष का मोबाइल छिना। इसी दौरान गोली चली और रंजीत की मौत हो गई। एक गोली आशीष के हाथ में लगी। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
मुंगेर में बनी पिस्टल से किया गया हमला
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रंजीत की हत्या में बदमाशों ने मुंगेर की बनी .32 बोर के पिस्टल का इस्तेमाल किया। फिलहाल, बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की 4 टीमें लगाई गई हैं।