संभल: गंगा में नहाने गए पांच किशोरों ने गवाई अपनी जान, मुंडन संस्कार में होने आए थे शामिल

संभल के किसौली गांव में नहाने गए पांच किशोर अचानक से डूबने लगे। जिसके बाद दो लापता हो गए, वहीं तीन को गोताखोरों ने बाहर निकाल लिया है। यहां का हरिधामबांध घाट सबसे असुरक्षित घाटों में से एक है, लेकिन फिर भी लोग नहीं मान रहे है।

Pankaj Kumar | Published : May 12, 2022 3:47 AM IST

संभल: उत्तर प्रदेश के जिले संभल में हादसे से सारी खुशियां मातम में तब्दील हो गई क्योंकि ऐसा हादसा ही हो गया। परिवार में मुंडल संस्कार का कार्यक्रम था, जिसमें पांच किशोर शामिल होने आए थे। इस कार्यक्रम में पांचों गंगा में नहाने के लिए गए और इसी दौरान डूब गए। इनमें से तीन स्थानीय लोगों ने बाहर निकाल लिया वहीं बाकी दो किशोर अभी तक लापता बताए जा रहे है। इस हादसे के बाद मुंडल संस्कार की खुशियां मातम में तब्दील होने में कुछ समय ही लगा। 

जानकारी के मुताबिक हरिधामबांध गंगा तट पर किसौली गांव के बच्चे का मुंडन संस्कार के समारोह में शामिल होने आए थे। बच्चे का मुंडन के दौरान पांचों नहाने के लिए गंगा के घाट निकल गए और अचानक ही डूबने लगे। ऐसे में तुरंत गोताखोर मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से तीन लोगों को बाहर निकाल लिया। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने पहुंचकर जांच शुरू की। 

तीन किशोरों की हालत पहले से बेहतर
डूबने से हुई मौत की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। इस हादसे के बार में जैसे ही गांव में पता चला सब जगह कोहराम मच गया। जिस घर में समारोह था, वहां मातम सा माहौल हो गया। वहीं डूबे बच्चो के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लापता बच्चों के माता-पिता भी अपने आप को संभालने में लगे हुए है। हालांकि गोताखोरों की टीम लगातार किशोरों की तलाश कर रही है, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा है। वहीं गंगा से बाहर निकाले गए तीन किशोरों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन अभी भी उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

पहले भी डूबने से हुई थी बच्चों की मौत
जानकारी के अनुसार हरिधामबंध सबसे असुरक्षित घाटों में से एक माना जाता है। यहां पर गंगा के तल में गहरे गड्ढे हैं जिसमें डूबने से पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं इसी वजह से प्रशासन ने भी इस घाट को स्नान के लिए इस्तेमाल के लिए मना किया है। इसी वजह से स्नान पर पाबंदी है। गौरतलब है कि एक महीने पहले भी इसी घाट में पांच बच्चे के डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद भी लोग संभले नहीं और एक बार फिर वहीं घटना दोबारा हो गई। सभी किशोरों की उम्र 15 साल बताई जा रही है।

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