UP Election 2022: मायावती बोली- छेड़छाड़ के मुकदमे को वापस कराने का दबाव बना रहे थे शाह आलम

यूपी के सबसे अमीर विधायक का पार्टी छोड़ना किसी बड़े झटके से कम नहीं था। जिसके बाद बसपा प्रमुख मायावती (Mayavati) ने शाह पर ऐसा पलट वार किया, जिससे राजनीतिक गलियाओं में बड़ी हलचल से मच गई।

Pankaj Kumar | Published : Nov 26, 2021 6:22 AM IST

लखनऊ: गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के विधान मंडल दल नेता और विधायक शाह आलम(MLA Shah Alam) उर्फ गुड्डू जमाली ने न्यागपत्र देकर बसपा(BSP)  से किनारा कर लिया था। यूपी के सबसे अमीर विधायक का पार्टी छोड़ना किसी बड़े झटके से कम नहीं था। जिसके बाद बसपा प्रमुख मायावती (Mayavati) ने शाह पर ऐसा पलट वार किया, जिससे राजनीतिक गलियाओं में बड़ी हलचल से मच गई।

युवती से छेड़छाड़ के मुकदमे को वापस कराने का दबाव बना रहे थे शाह आलम: मायावती
मायावती ने शाह आलम की ओर से पार्टी छोड़ने के बाद पत्र जारी करते हुए आलम पर बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी ओर से जारी पत्र में मीडिया को बताया गया कि गुड्डू जमाली ने पार्टी इसलिए छोड़ी है, क्योंकि उनकी कंपनी में काम करने वाली एक युवती ने उनके चरित्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में विवेचना चल रही है और गुड्डू दबाव बना रहे थे कि मुख्यमंत्री से कहकर मामला रफादफा करा दिया जाए।

'मदद न करने पर पार्टी छोड़ने की दी थी धमकी'
अपने पत्र में मायावती ने कहा कि उन्होंने शाह आलम को सुझाव दिया था कि युवती का मामला है। बेहतर होगा कि विवेचना में न्याय न मिले तो न्यायालय में जाएं। इस पर शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा था कि इस मामले में मदद नहीं की तो पार्टी और सभी पदों से त्यागपत्र दे दूंगा। उल्लेखनीय है कि करीब नौ माह पहले फरवरी में बसपा विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के खिलाफ युवती ने गोमती नगर थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, तब इस मामले ने इतना तूल नहीं पकड़ा था।

साल 2020 में युवती ने गोमतीनगर थाने में दर्ज कराई थी FIR
लखनऊ के गोमतीनगर थाने में फरवरी, 2020 में एक युवती ने आजमगढ़ के मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के खिलाफ छेड़छाड़ व धमकी देने की एफआइआर दर्ज कराई थी। शाह आलम पूर्वांचल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीएमडी भी हैं। पीड़िता ने विधायक के साथ कंपनी के एजीएम अक्षित कपूर और एचआर मैनेजर सुमिता को भी नामजद किया था। युवती का आरोप है कि शाह आलम ने उसे कंपनी में 40 हजार रुपये वेतन पर नौकरी देने का भरोसा दिया था। इसके बाद डिप्टी मैनेजर पद पर उसकी ज्वाइनिंग कराई और फिर छेड़छाड़ करने लगे। आरोपित विधायक युवती को वीडियो काल भी करते थे। युवती ने शाह आलम पर कीमती फ्लैटों की रजिस्ट्री कम दामों में करने का भी आरोप लगाया है। इसके बाद पीड़िता ने गोमतीनगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी।

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