
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। शाहजहांपुर में एक युवक ने अपने पिता की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार के बाद बेटा अपने पिता की तेरहवीं की तैयारियों में जुट गया। इसी दौरान उसे जानकारी हुई कि उसके पिता जिंदा हैं और उसने किसी अज्ञात व्यक्ति को अपना पिता समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना के बाद पिता को जीवित देख परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
अज्ञात को पिता समझ किया अंतिम संस्कार
यह मामला थाना चौक कोतवाली इलाके का है। जहां पर बीते 22 अगस्त को कोतवाली पुलिस को एक 60 वर्षीय अज्ञात का शव मिल था। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पसगवां गांव निवासी इंद्र कुमार ने अज्ञात शव की पहचान अपने पिता रनालाल के रूप में की थी। जिसके बाद इंद्र कुमार ने अज्ञात के शव को अपना पिता समझकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। तेरहवीं के दिन युवक के चाचा के पास अस्पताल के मरीज का फोन आया और जानकारी हुई कि युवक के पिता जीवित हैं और वह एक माह से मेडिकल कॉलेज में भर्ती होकर अपनी टूटी टांग का इलाज करा रहे थे। पिता के जिंदा होने की खबर मिलते ही परिजन अस्पताल में उन्हें जिंदा देख कर सन्न रह गए।
शव पहचानने में बेटे से हुई गलती
जैसे ही लोगों को यह सूचना मिली तो तीमारदारों की मेडिकल कॉलेज में भीड़ लग गई। अपने पिता को जिंदा देख कर इंद कुमार ने थाने जाकर पुलिस को लिखित तौर पर बताया कि उनके पिता जिंदा हैं। उनसे शव को पहचानने में गलती हो गई। क्योंकि जो शव उनको मिला था उसके दाढ़ी-मूछे बढ़ी हुई थीं। इसलिए वह उन्हें पहचान नहीं पाए। युवक ने बताया कि एक महीने से लापता चल रहे उसके पिता जिंदा हैं। अपर पुलिस अधीक्षक के अनुसार, पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस के सामने एक नया पेंच फंस गया है कि जिस मृतक का अंतिम संस्कार हुआ है वह कौन था। पुलिस व्यक्ति की पहचान कराने के लिए लोगों से पूछताछ कर रही है।
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