शिवपाल ने अखिलेश को चिट्ठी लिख बोला थैंक्यू, कहा- स्नेहपूर्ण विश्वास के लिए आपका आभार

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने चिट्ठी लिखकर धन्यवाद दिया है। शिवपाल ने अखिलेश को चिट्ठी इसलिए लिखा है क्योंकि सपा ने शिवपाल की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए दिया गया पत्र वापस ले लिया है

Asianet News Hindi | Published : Jun 8, 2020 11:47 AM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh). समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने चिट्ठी लिखकर धन्यवाद दिया है। शिवपाल ने अखिलेश को चिट्ठी इसलिए लिखा है क्योंकि सपा ने शिवपाल की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए दिया गया पत्र वापस ले लिया है। सपा द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को दिए गए इस पत्र को वापस लेने से शिवपाल यादव की विधानसभा सदस्यता बच गई। अब शिवपाल द्वारा अखिलेश को बधाई देने के लिए लिखे गए पत्र से समाजवादी कुनबे में बढ़ी रार खत्म होती दिख रही है। 

गौरतलब है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर उनकी तारीफ़ की है। शिवपाल ने बीती 29 मई को अखिलेश यादव को चिट्ठी में लिखा है, निश्चय ही यह मात्र एक राजनीतिक परिघटना नहीं है, बल्कि आपके इस तरह के स्पष्ट, सार्थक व सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परीधि में आपके नेतृत्व में एक नव राजनीतिक विकल्प व नवाक्षर का जन्म होगा।  शिवपाल के इस पत्र से अब समाजवादी परिवार में बढी दूरियां खत्म होती दिखाई दे रही हैं । 

सपा ने वापस लिया था शिवपाल की सदस्यता समाप्त करने के लिए दिया पत्र 
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोविंद चौधरी ने 4 सितंबर, 2019 को दल परिर्वतन के आधार पर शिवपाल यादव की विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा में याचिका दायर की थी। चौधरी ने 23 मार्च को प्रार्थना पत्र देकर याचिका वापस करने का आग्रह किया था। पत्र में कहा गया था कि याचिका पेश करते वक्त कई जरूरी दस्तावेज और सबूत नहीं सौंपे गए थे, ऐसे में याचिका वापस की जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इसी आधार पर याचिका वापस करने की अपील को स्वीकार कर लिया था। बता दें कि 2017 में शिवपाल यादव ने एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वह जसवंतनगर सीट से निर्वाचित हुए थे। लेकिन एक साल बाद ही 2018 में शिवपाल ने अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया बना ली थी। 
 

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