यूपी में नोयडा के पूर्व SSP द्वारा शासन को भेजी रिपोर्ट लीक होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शासन के निर्देश पर गठित SIT टीम ने जांच के बाद यह खुलासा किया है कि जिन 5 IPS अफसरों का जिक्र पूर्व SSP वैभव कृष्ण ने किया था उसमे दो के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाते हैं। वहीं उनमे से एक का संबंध पश्चिमी यूपी के एक बड़े माफिया से भी है। हांलाकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो सकी है।
लखनऊ(Uttar Pradesh ). यूपी में नोयडा के पूर्व SSP द्वारा शासन को भेजी रिपोर्ट लीक होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शासन के निर्देश पर गठित SIT टीम ने जांच के बाद यह खुलासा किया है कि जिन 5 IPS अफसरों का जिक्र पूर्व SSP वैभव कृष्ण ने किया था उसमे दो के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाते हैं। वहीं उनमे से एक का संबंध पश्चिमी यूपी के एक बड़े माफिया से भी है। हांलाकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो सकी है।
सूत्रों की माने तो 5 IPS अफसरों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में 5 आईपीएस में से 2 अफसरों को दोषी पाया गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
इन पांच अफसरों के खिलाफ SIT ने की जांच
साल 2020 की शुरुआत में ही प्रकाश में आए इस सनसनी खेज मामले में सरकार ने SIT से जांच कराने के लिए टीम गठित की थी। टीम में IG STF अमिताभ यश और जल निगम के एमडी विकास गोठनवाल भी शामिल थे। यूपी के 5 IPS अफसरों डॉ अजय पाल शर्मा, सुधीर कुमार सिंह,हिमांशु कुमार,गणेश साहा,और राजीव नारायण मिश्र पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत पर SIT ने जांच की थी।
एक IPS के माफिया सुंदर भाटी से संबंध
सूत्रों की माने तो SIT द्वारा शासन को सौंपी गई रिपोर्ट में 3 अफसरों को संदेह का लाभ दिया गया है। पांचो IPS अधिकारियों से पूंछताछ और IPS वैभव कृष्ण द्वारा दिए गए इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर जांच करने के बाद SIT ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी है। इसमें 3 IPS अफसरों पर लगाए गए आरोप सिद्ध नहीं हो सके। लेकिन दो IPS अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें से एक IPS के पश्चिमी यूपी के माफिया सुंदर भाटी से भी मधुर संबंध हैं।