
सोनभद्र (Uttar Pradesh) । ओबरा खनन स्थित बिल्ली-मारकुंडी पत्थर की खनन खिसकने से कई मजदूर दब हैं। इस हादसे में करीब 12 घण्टे के बाद आज सुबह दो मजदूरों का शव निकाला गया है, जबकि इसके पहले दो मजदूरों को गंभीर स्थिति में बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। वहीं, पांच और मजदूर के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे, जिसके बाद बचाव कार्य में राष्ट्रीय आपदा राहत बल की भी मदद ली जा रही है।
रात में इस कारण रोक दिया गया राहत-बचाव कार्य
शुक्रवार की शाम को घटना होने के बाद से ही खदान क्षेत्र से मलबा हटाने का काम चल रहा है। रात में अंधेरा काफी होने और पत्थर दोबारा गिरने की आशंका को देखते हुए रात में राहत और बचाव कार्य रोक दिया गया था।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
शनिवार की सुबह जैसे ही पुनः राहत और बचाव कार्य प्रशासन की देखरेख में शुरू हुआ वैसे ही पत्थरों के नीचे से एक मजदूर सुरेंद्र निवासी पतेहवा का शव बरामद हुआ। दोपहर बाद एक और मजदूर का शव मिला। स्थानीय मजदूरों के अनुसार पत्थरों के नीचे पांच और मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई जा रही थी। अन्य लोगों के शवों को बरामद करने के दौरान सुरक्षा कारणों से मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद है।
दो मजदूर वाराणसी रेफर
डीएम एस. राज लिंगम ने बताया कि ओबरा थाना अंतर्गत बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र स्थित एक खदान में पत्थर में दबे दो मजदूरों राजेंद्र (32) और रामपाल (22) को गंभीर हालत में बाहर निकाल कर ओबरा अस्पताल भेजा गया। बाद में हालत गम्भीर होने के कारण उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया है।
सीएम ने लिया घटना संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायल मजदूरों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं।
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