
वाराणसी: पशु तस्करी (Animal Smuggling) का काम बिना किसी डर के धड़ल्ले से होता आ रहा है। सख्ती बरतने के बावजूद भी पशु तस्करों (Smugglers) में कमी नहीं आई है। आपको बताते चलें कि पशु तस्कर व्यापारी बनकर पशुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं और इस काम को अंजाम देते हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) जिले से सामने आया है। जहां पर रामनगर पुलिस (RamNagar Police) ने रेगिस्तान के जहाज यानी कि ऊंटों (Camel) की 16 खेपों को तस्करों से मुक्त करवाया है। तस्करों की गिरफ्तारी के दौरान बरामद हुई ऊंटों की खेप राजस्थान से कोलकाता जा रही थी।
ऊंटों को कोलकाता ले जा रहे थे पशु-तस्कर
तस्करों के बचने के बाद यह बेजुबान जानवर अब एक नए मुसीबत में फंस गए हैं। तस्करों से छुड़वाने के बाद वाराणसी पुलिस ने इन ऊंटों को रामनगर थाना क्षेत्र के टेंगरा मोड़ इलाके के करीब एक मैदान में रखा है। जिस जगह पर इन ऊंटों को रखा गया है, वहां पर बारिश की वजह से मैदान की मिट्टी गीली हो गई है। ऐसे में इन ऊंटों को वहां पर रहने में काफी दिक्कत हो रही है। बारिश का मौसम ऊंटो के लिए सही नहीं है। वहीं, जानवरों पर काम करने वाली स्वाति ने बताया कि जिस जगह ऊंटों को रखा गया है, वहां का मौसम उनके लिए अनुकूल नहीं है। बारिश के कारण गीली हुई मिट्टी से ऊंटों के पैर खराब होंगे, साथ ही वह बीमार भी होंगे। इन बेजुबान जानवरों के लिए वाराणसी के कई समाजसेवी संस्थानों ने भी आवाज उठाई है। समाजसेवी आभा सिंह ने कहा है कि यदि ऊंटों के लिए प्रशासन उचित व्यवस्था नहीं करेगी तो वह कोर्ट का सहारा लेंगी।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस पूरे मामले पर रामनगर थानाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने कहा है कि ऊंटों के लिए हमने खाने-पीने की व्यवस्था की है। इतना ही नहीं, ऊंटों के लिए किए गए इंतजामों में दिख रही अव्यवस्था पर अश्वनी पांडेय ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए तस्कर इन ऊंटों को वाराणसी के रास्ते राजस्थान से कोलकाता कुर्बानी के लिए भेज रहे थे।
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