समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लखीमपुर की वीडियो क्लिप शेयर किया है। उस वीडियो के जरिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया है। उस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि गमछे से पहचानिए चेन लुटेरे कौन हैं।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार प्रसार में नेताओं की बयानबाजी चरम पर थी। सभी दल के नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूकते थे। पार्टियों की उपलब्धियों को बताते हुए विपक्षी दलों को खूब घेरा है। राज्य में सरकार बन गई लेकिन अभी भी इसका सिलसिला जारी है। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लखीमपुर की वीडियो क्लिप शेयर किया है। उस वीडियो के जरिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया है। उस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि गमछे से पहचानिए चेन लुटेरे कौन हैं। दरअसल उस वीडियो में एक महिला और एक लड़की सड़क किनारे जा रही है। तभी बाइक से दो लोग आते है और लड़की के गले से चेन खींचकर ले जाते हैं। एक ने हेलमेंट पहना है तो वहीं दूसरे ने भगवा रंग के गमछे से मुंह को बांध रखा है। इसी पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए वीडियो को ट्वीटर में शेयर किया और लिखा कि गमछे से पहचानिए चेन लुटेरे कौन हैं। यह वीडियो क्लिप मात्र दो सेंकड की है।
अखिलेश के निशाने में आए दिन आती बीजेपी
बता दें कि ट्वीटर के माध्यम से अखिलेश यादव आए दिन भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते रहते है। हाल ही में उन्होंने प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या को लेकर ट्वीट करा कि भाजपा 2.0 के राज में यूपी डूबा अपराध में, आज का अपराधनामा। इससे पहले भी अखिलेश यादव कई घटनाओं को ट्वीट करते हुए लिखते रहते है कि भाजपा 2.0 के राज में यूपी डूबा अपराध में, आज का अपराधनामा। सत्ता में दोबारा आने के लिए अखिलेश यादव कोई कसर नही छोड़ना चाहते है।
14 अप्रैल को किया था मैनपुरी का दौरा
ज्ञात हो कि 14 अप्रैल यानी डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मैनपुरी गए थे। वहां पर दोनों लोगों ने बाबा साहेब को पुष्प अर्पित कर नमन किया। इसके बाद सपा नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की। लेकिन इस दौरान वह मीडियाकर्मी से दूर रहे। ऐसा कहा जा रहा था कि समाजवादी पार्टी सरंक्षक और अध्यक्ष ने मैनपुरी की दो विधानसभा सीट सदर और भोगांव में पार्टी की हार के कारणों की समीक्षा की है।