कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या के मामले में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपी विकास दुबे का गांव बिकरू इसी थाना क्षेत्र में आता है। बताया जा रहा है कि एसओ चौबेपुर को ही इस पूरे इलाके की भौगोलिक जानकारी थी। गुरुवार देर रात बिल्हौर सीओ देवेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में शिवराजपुर, चौबेपुर और बिठूर थाने की पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पर दबिश देने गई थी
कानपुर(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या के मामले में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपी विकास दुबे का गांव बिकरू इसी थाना क्षेत्र में आता है। बताया जा रहा है कि एसओ चौबेपुर को ही इस पूरे इलाके की भौगोलिक जानकारी थी। गुरुवार देर रात बिल्हौर सीओ देवेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में शिवराजपुर, चौबेपुर और बिठूर थाने की पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पर दबिश देने गई थी । पुलिस टीम के पहुंचते बदमाशों ने छतों से फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में CO समेत 8 पुलिसकर्मी मारे गए. बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी सबसे पीछे थे और फायरिंग होते ही वह वहां से भाग गए। अब STF एसओ विनय तिवारी से इस मामले में पूछताछ कर रही है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित मोहनी निवादा गांव निवासी राहुल तिवारी के ससुर लल्लन शुक्ला की जमीन पर विकास दुबे ने जबरन कब्जा कर लिया था। इस मामले को लेकर राहुल तिवारी ने कोर्ट में विकास दुबे के खिलाफ केस दर्ज कराया था। बीती 1 जुलाई को विकास दुबे ने साथियों के साथ मिलकर राहुल तिवारी को रास्ते से उठा लिया था और बंधक बनाकर पीटा था। जान से मारने की धमकी दी थी। इसी मामले में एसओ चौबेपुर विनय तिवारी घटना के दो दिन पहले विकास दुबे को पकड़ने गए तो उसने एसओ चौबेपुर से हाथापाई की थी। इसके बाद थानाध्यक्ष ने राहुल की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और बदसलूकी की चर्चा किसी से नहीं की। अब इस पूरे मामले में एसओ की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। हांलाकि अब एसओ विनय तिवारी से STF व आलाधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
आलाधिकारियों के निर्देश पर दर्ज हुआ था केस
एसओ चौबेपुर विनय तिवारी से मदद न मिलने के बाद राहुल ने बदमाश विकास दुबे की शिकायत आलाधिकारियों से की। अधिकारियों के आदेश पर चौबेपुर थाने में विकास दुबे पर केस दर्ज हो गया। गुरुवार देर रात सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में शिवराजपुर, चौबेपुर, बिठूर थाने की पुलिस बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पर दबिश देने के लिए पहुंची थी।
सबसे पीछे चल रहे थे एसओ चौबेपुर
बताया जा रहा है कि पुलिस की टीमें बिकरू गांव दबिश देने के लिए पहुंचीं तो चौबेपुर थाना प्रभारी जेसीबी के पास ही रुक गए और बाकी के पुलिसकर्मी आगे बढ़ गए। जबकि चौबेपुर थाना प्रभारी को गांव की भौगोलिक स्थिति की जानकारी अच्छी तरह से थी, उन्हे आगे होना चाहिए था। प्रारम्भिक जांच में ये भी सामने आया है कि जब बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू की तो एसओ चौबेपुर विनय तिवारी मौके से नदारद हो गए। अब इस पूरे मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के शक की सुई एसओ चौबेपुर विनय तिवारी की ओर घूम गई है।