हिरासत में लिए जाने से पहले पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए सपाइयों को रोका था। इससे नाराज सपा प्रदेश अध्यक्ष सपाइयों के साथ एक्सप्रेस-वे पर धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) । सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और पार्टी के अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वे संशोधन नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा में 20 दिसंबर को मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने आ रहे थे।
रोके जाने पर एक्सप्रेस-वे पर दे रहे थे धरना
हिरासत में लिए जाने से पहले पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए सपाइयों को रोका था। इससे नाराज सपा प्रदेश अध्यक्ष सपाइयों के साथ एक्सप्रेस-वे पर धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
सरकार विरोधी लगाए नारे
हिरासत में लिए गए सपा नेताओं को सिरसागंज गेस्ट हाउस ले जाया गया। इस दौरान सपा नेताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए।
रोक लिए गए थे राहुल और प्रियंका
20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ फिरोज़ाबाद में जमकर बवाल हुआ था। इस दौरान कुछ लोगों की मौत हो गई थी। उपद्रवी भीड़ ने पुलिस चौकी समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। मृतकों के परिजनों से मिलने कांग्रेस लीडल राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी जा रही थे, जिन्हें मेरठ में पुलिस ने रोक दिया था।
केवल मिलने जा रहे थे हमः नरेश उत्तम
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि प्रदेश सरकार जबरन हम लोगों को रोक रही है। हमें पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दे रही है। हम केवल पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे।
प्रदेश सरकार पर तानाशाही का आरोप
एक दिन पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया था। वहीं, सपाइयों ने कहा है कि सरकार और पुलिस की गुंडागर्दी से जनता परेशान है। फिरोजाबाद में जितने भी निर्दोष मारे गए वह सभी पुलिस की गोली और लाठी चार्ज से मारे गए हैं, लेकिन पुलिस उन्हें जबरन रोक रही है.