हादसे में दोनों हाथ गंवाने के बाद भी नहीं मानी हार, पैर से लिखकर दिया एग्जाम

यूपी में इन दिनों उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं चल रही हैं। इसी क्रम में बुलंदशहर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जोकि सभी बच्चों के लिए एक मिशाल है। जिन बच्चे पढ़ाई से दूर भागते हैं उन्हें इस बच्चे से सीख लेनी चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Feb 19, 2020 10:53 AM IST

बुलंदशहर (Uttar Pradesh). यूपी में इन दिनों उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं चल रही हैं। इसी क्रम में बुलंदशहर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जोकि सभी बच्चों के लिए एक मिशाल है। जिन बच्चे पढ़ाई से दूर भागते हैं उन्हें इस बच्चे से सीख लेनी चाहिए। 

क्या है पूरा मामला
जहांगीराबाद थाना क्षेत्र का रहने वाला रोहित 10वीं का छात्र है। मंगलवार को उसने हिंदी की परीक्षा दी। गौर करने वाली बात ये है कि छात्र ने पैरों से लिखकर बोर्ड परीक्षा दी। रोहित के दोनों हाथ नहीं हैं। एक हादसे में उसने अपने हाथ गंवा दिए थे। लेकिन पढ़ाई की चाह ने उसके हौसलों को टूटने नहीं दिया। धीरे धीरे उसने पैरों से लिखने की कोशिश शुरू की। अब वह बहुत अच्छे तरीके से पैरों से लिख सकता है। हिंदी की परीक्षा देने के बाद रोहित ने कहा, मेरा पेपर बहुत अच्छा हुआ। उम्मीद है कि मेहनत का बेहतर नतीजा मिलेगा। वहीं, रोहित की पैरों से पेपर देने वाली फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 

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परीक्षा में रोहित को दिया गया अतिरिक्त समय
परीक्षा केंद्र प्रभारी सीपी अग्रवाल ने बताया, बोर्ड के नियमानुसार दिव्यांग को जो भी सहायता दी जा सकती है, वो रोहित को दी गई। परीक्षा के लिए अतिरिक्त समय भी दिया गया। हम सभी छात्र के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। बहुत कम बच्चों में पढ़ाई के प्रति इतना लगाव होता है। 

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