TET paper leak case: यूपी STF की ओर से दर्ज हुए 10 मुकदमे, SIT को सौंपी जा सकती है जांच

उत्तर प्रदेश में टीईटी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में लगातार यूपी एसटीएफ की ओर से कई जिलों से आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, एसटीएफ ने कई जिलों में इस मामले को लेकर 10 मुकदमे दर्ज कराए हैं। अब इन मुकदमों की जांच एसआईटी के हांथों सौंपी जा सकती है, इसके लिए शासन स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। 

Pankaj Kumar | Published : Dec 2, 2021 5:25 AM IST

लखनऊ: टीईटी पेपर लीक(TET Paper Leak case) मामले में यूपी एसटीएफ(UP STF) की ओर से लगातार मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। इस मामले को लेकर अलग-अलग जिलों में दर्ज हो रहे मुकदमों(FIR) की जांच अब प्रदेश पुलिस(UP Police) के विशेष अनुसंधान दल यानी एसआईटी (SIT) को सौंपी जा सकती है। आपको बताते चलें कि इस मामले में अभी शासन स्तर पर विचार-विमर्श चल रहा है। हालांकि,  उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन आयोग की परीक्षा में हुई धांधली की जांच एसआईटी पहले से कर रही है। इसके अलावा वह सपा शासनकाल में जल निगम व सहकारिता विभाग की भर्तियों में हुई धांधली की जांच भी कर रही है। 

पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ओर से कई जिलों में दर्ज हुए 10 मामले
टीईटी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की इकाइयों ने अलग-अलग जिलों में अब तक कुल 10 मुकदमे दर्ज कराए हैं। इसमें गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, प्रयागराज व वाराणसी में दर्ज कराए गए मुकदमे शामिल हैं। इसके अलावा बस्ती व अंबेडकरनगर में पुलिस ने भी केस दर्ज किए हैं। टीईटी पेपर लीक मामले की जांच में एसटीएफ की सभी इकाइयां जुटी हुई हैं। पेपर लीक से जुड़े दो प्रमुख अभियुक्तों से संबंधित मुकदमा गौतमबुद्धनगर के सूरजपुर थाने में दर्ज है। इसके अलावा सॉल्वर गैंग के लोग प्रयागराज में दर्ज मुकदमों में अभियुक्त हैं। सभी मुकदमों में पेपर लीक से जुड़े अधिकारी, सॉल्वर गैंग के सरगना व उसके सदस्य तथा सॉल्वरों की मदद लेने वाले अभ्यर्थी नामजद हैं। अभी संबंधित थानों की पुलिस के साथ मिलकर एसटीएफ ही मुकदमों की विवेचना कर रही है।

कई मामलों की जांच पहले से कर रही SIT
मौजूदा सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों की जांच पूर्व में एसआईटी को सौंपी थी। वर्ष 2018 में हुई उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में गड़बड़ी की जांच भी एसआईटी को सौंपी गई थी। मूल मुकदमा चयन सेवा आयोग के अवर सचिव राम नरेश प्रजापति की तहरीर पर अगस्त 2019 में लखनऊ के विभूति खंड थाने में दर्ज कराया गया था। ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं पर्यवेक्षक समाज कल्याण के पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा प्रदेश के 16 जिलों के 572 परीक्षा केंद्रों पर 22 व 23 दिसंबर 2018 को कराई गई थी।

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