पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि कुछ दिन पहले आरोपी आयशा ने एक सिम खरीदा था, जिसका नंबर दुकानदार ने लिखकर एक पर्ची पर उसे दिया था। उस समय आयशा वही जैकेट पहने थी (जिसे उसने आलिया को पहनाया था।) में रख लिया और बाद में भूल गई। जिसके कारण उसके गुनाहों से पर्दा उठ गया।
बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। कहते हैं कि अपराधी कितना ही शातिर क्यों न हो। कोई न कोई ऐसी गलती कर ही जाता है, जिसके कारण वह कानून की जद में आ जाता है। जी हां कुछ ऐसा ही हुआ आलिया हत्याकांड में। 24 नवंबर को रामनगर क्षेत्र में हत्याकर फेंके गए शव मामले का खुलासा हो गया। हत्यारे शहंशाह और उसकी पत्नी आयशा गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस के मुताबिक आलिया की जैकेट से जो पर्ची मिली थी उस पर आयशा का मोबाइल नंबर लिखा मिला था। जिसे (जैकेट) ठंड लगने पर पहनने के लिए उसने आलिया को दिया था, मगर यह भूल गई थी कि उस जैकेट में उसके मोबाइल नंबर लिखी पर्ची भी है। जिसकी मदद से पुलिस हत्यारे पति-पत्नी तक पहुंच गई। अब दोनों जेल की सलाखों के पीछे हैं।
सिपाही की ट्रेनिंग के बाद शहंशाह के संपर्क में आई आयशा
आयशा मूल रूप से गोंडा जिले के आर्यनगर निवासी थी। वह पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती हुई थी। इसके बाद वह सात-आठ माह देहरादून उत्तराखंड में सिपाही की ट्रेनिंग की। वह परास्नातक है और कुछ वर्ष से एक मेडिकल कॉलेज से जेएनएम का कोर्स कर रही थी, तभी वह शहंशाह के संपर्क में आई। दोनों में नजदीकियां बढ़ी तो प्रेम विवाह कर साथ रहने लगे।
पति को छोड़कर शहंशाह के साथ पत्नी के रूम में रह रही थी आलिया
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से रायबरेली निवासी आलिया का पति दुबई में रहता है। उसके ससुरालीजन प्रताड़ित करते थे। इसी दौरान वह प्रॉपर्टी डीलर शहंशाह के संपर्क में आई। करीब सवा साल से आलिया अपनी ससुराल छोड़कर लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के अकबरीगेट में शहंशाह के साथ पत्नी के रूप में रहने लगी। आलिया 23 दिसंबर को शहंशाह के घर पहुंची और स्वयं को पत्नी बताकर संपत्ति में हक मांगने लगी। न देने पर शहंशाह को दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी।
इस तरह पति-पत्नी ने लिखी क्राइम स्क्रिप्ट
आलिया की एक रिश्तेदार रामनगर थाना क्षेत्र में रहती है। उससे मिलवाने के बहाने ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के हसरत टाउन बरौर हुसैनबाड़ी बालागंज निवासी शहंशाह अपनी पत्नी आयशा खान और मित्र अफताब के साथ कार से निकलें। बहाना बनाकर शहंशाह ने तीनों को रास्ते में उतार दिया। इसके बाद आलिया को अफताब और आयशा बस से लेकर चले और घाघरा पुल पर उतर गए। यहां से वे आलिया को घाघरा घाट की ओर ले गए। जहां दुपट्टे से गला कसकर व मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने साजिशकर्ता शहंशाह और हत्या करने में शामिल उसकी पत्नी आयशा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अफताब अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
यहां आयशा ने कर दिया था भूल
आलिया को लेकर जब अफताब सहित चारों लखनऊ से रामनगर के लिए निकलें। रास्ते में आलिया ने ठंड लगने की बात कही। इस पर आयशा ने उसे अपनी जैकेट पहनने को दे दी। बस यही आयशा की भूल थी, जो वारदात स्थल पर पुलिस के हाथ लग गई।
ऐसे जैकेट की जेब तक पहुंची थी पर्ची
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि कुछ दिन पहले आयशा ने एक सिम खरीदा था, जिसका नंबर दुकानदार ने लिखकर एक पर्ची पर उसे दिया था। उस समय आयशा वही जैकेट पहने थी (जिसे उसने आलिया को पहनाया था।) में रख लिया और बाद में भूल गई। जिसके कारण उसके गुनाहों से पर्दा उठ गया।