तीन कृषि कानूनों को लेकर जो आंदोलन बिलों के वापसी के ऐलान के बाद खत्म हो गया था, उसे अब सरकार पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाकर भाकियू फिर से शुरू करने की रणनीति बनाने जा रही है। यह रणनीति कब बनेगी और कब से फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा, इसका ऐलान भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बरेली में किया।
राजीव शर्मा
बरेली: तीन कृषि बिलों को वापस लेते वक्त केंद्र सरकार ने किसानों से जो वायदे किए, उनको पूरा करने के लिए दिल्ली में फिर से भारतीय किसान यूनियन आंदोलन शुरू करेगी। इसकी रूपरेखा बनाई जा रही है। दुबारा से किसान आंदोलन कब शुरू होगा? इसको लेकर भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रणनीति का खुलासा भी कर दिया है। बरेली में उन्होंने ऐलान किया है कि हरिद्वार में होने जा रहे किसान सम्मेलन के बाद किसान आंदोलन शुरू किया जाएगा। हरिद्वार में किसान सम्मेलन का आयोजन अगले महीने जून में होना है। इसमें भाकियू के बैनर तले कई किसान संगठनों के नेता जुटेंगे और दुबारा किसान आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। राकेश टिकैत ने संकेत दिए हैं कि हरिद्वार के किसान सम्मेलन में यह ऐलान कर दिया जाएगा कि किसान आंदोलन कब से शुरू किया जाएगा। बकौल टिकैत, हरिद्वार का सम्मेलन किसान आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए ही आयोजित किया जाएगा।
जून में हो जाएगा किसान आंदोलन का ऐलान
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को बरेली में थे। वह यहां जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर आंवला में स्थित इफ़को पर लंबे समय से चल रहे किसानों के आंदोलन को बल देने के लिए सोमवार को आयोजित महापंचायत में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान ही उन्होंने फिर से किसान आंदोलन शुरू किए जाने का ऐलान किया। टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून तो वापस ले लिए लेकिन इस दौरान किसानों से जो वायदे किए थे, वे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं। इन वायदों में एमएसपी को कानूनी रूप देने की बात भी शामिल थी, क्योंकि किसानों को हर फसल का लाभकारी मूल्य दिया जाना बेहद जरूरी है।
राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने वायदा खिलाफी की है इसलिए दुबारा से दिल्ली में व्यापक स्तर पर किसान आंदोलन शुरू किया जाना है। फिलहाल इसकी रूपरेखा बनाई जा रही है और इसकी रणनीति हरिद्वार में होने वाले किसान सम्मेलन में तय की जाएगी। यह सम्मेलन अगले माह जून में आयोजित किया जाएगा। इसमें तय होगा कि दुबारा से किसान आंदोलन कब से शुरू किया जाए।
कड़े हैं राकेश टिकैत के तेवर
इफको आंवला में किसान महापंचायत का आयेाजन इफको को जमीन देने वाले किसानों को भूमि अधिग्रहण के वक्त किए गए वायदों के मुताबिक, मुआवजा और परिवार से किसी को नौकरी देने जैसी मांगों के लिए किया गया। इन मांगों को पूरा कराने के लिए यहां महापंचायत में पहुंचे भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कड़े तेवर दिखाए। महापंचायत में आंवला के एसडीएम और सीओ को बुलाकर उन्होंने मंच से ही अल्टीमेट देते हुए कहा कि इन किसानों की समस्याओं को 40 दिन में दूर करा दीजिए, अन्यथा भाकियू का अगला आंदोलन आंवला से ही शुरू किया जाएगा। इस पर दोनों अधिकारियों ने आश्वासन दिया। महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार पर किसान विरोधी होने के आरोप लगाए।