यूपी के फर्रुखाबाद में शराबी पति से परेशान होकर मां-बेटी ने रेलवे ट्रैक पर कूदकर जान देने की कोशिश की। यह नाजारा देख वहां पर मौजूद लोगों की सांसे थम गई थी। हांलाकि लोको पायलट की सूझबूझ से मां-बेटी दोनों सही हैं।
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक महिला अपने पति से इस कदर परेशान हुई कि सामने से आ रही ट्रेन के सामने कूदकर उसने अपनी जान देने की कोशिश की। महिला की इस हरकत को देख स्टेशन के आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया और महिला को रेल पटरी से हटने के लिए बोलने लगे। लेकिन महिला वहां से टस से मस नहीं हुई। हांलाकि ट्रेन के लोको-पायलट की सूझबूझ के चलते महिला की जान बचाई जा सकी। यह घटना कानपुर-कासगंज रेल रूट पर रविवार की दोपहर कायमगंज रेलवे स्टेशन पर हुआ।
रेलवे स्टेशन पर जान देने पहुंची थी मां-बेटी
फर्रुखाबाद के कायमगंज लालपुर पट्टी गांव में रहने वाली रीना और उसकी 17 वर्षीय बेटी ने रविवार दोपहर को कायमगंज रेलवे स्टेशन पर जान देने के इरादे से पहुंची। एक्सप्रेस ट्रेन इस स्टेशन से होते हुए कानपुर से कासगंज की ओर जा रही थी। इसी दौरान अचानक से रीना अपनी बेटी संग रेलवे ट्रैक पर कूद पड़ी। सामने से ट्रेन आता देख लोगों ने उनसे रेलवे ट्रैक से हटने के लिए बोला। स्टेशन पर मौजूद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों के शोर मचाने और वहां से हटने के बाद भी महिला अपनी बेटी के साथ वहीं खड़ी रही।
लोको पायलट की समझदारी से बची दोनों की जान
स्टेशन से चली ट्रेन ने ज्यादा रफ्तार नहीं पकड़ी थी। ट्रेन ने लोको-पायलट ने समझदारी दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। मां-बेटी से सिर्फ दस मीटर की दूरी पर आकर ट्रेन रूक गई। मां-बेटी को सही सलामत देख लोगों ने चैन की सांस ली। इसी बीच आरपीएफ के दारोगा चंद्रप्रकाश घटनास्थल पर पहुंच गए। उसके बाद उन्होंने मां-बेटी को वहां से हटाकर पूछताछ करनी शुरू की। दारोगा चंद्रप्रकाश को रीना ने बताया कि उसके पति को शराब की लत है। शराब के नशे में वह आए दिन रीना और उसकी बेटी के साथ मारपीट करता है। आरपीएफ दरोगा ने मां-बेटी को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है। चौकी प्रभारी मंडी समिति अमित शर्मा के अनुसार, महिला के पति धनधेला के खिलाफ कार्यवाही की गई है।