भतीजे अखिलेश से मेल चाचा को पड़ा भारी, मैनपुरी उपचुनाव के बीच घटाई गई शिवपाल यादव की सुरक्षा

यूपी की योगी सरकार ने प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव की सुरक्षा को कम करने का आदेश दिया है। बता दें कि सरकार के इस फैसले को अखिलेश यादव से उनकी नजदीकी को माना जा रहा है। अब शिवपाल यादव को Y कैटेगिरी की सुरक्षा दी जाएगी।

Asianet News Hindi | Published : Nov 28, 2022 8:20 AM IST / Updated: Nov 28 2022, 01:52 PM IST

इटावा: पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा और प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव की सुरक्षा में राज्य सरकार ने कटौती की है। बता दें कि अब शिवपाल यादव की Z कैटेगिरी सुरक्षा को कम कर Y कैटेगिरी की सुरक्षा देने का फैसला किया गया है। यह निर्देश सुरक्षा मुख्यालय ने जारी किया है। हाल ही में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक बार फिर कड़वाहट को भुला कर एक साथ आए हैं। वहीं मैनपुरी से चुनाव लड़ रही सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को जिताने के लिए पूरा सैफई परिवार एक जुट हो गया है। 

नेताजी के निधन के बाद साथ आए चाचा-भतीजा
यूपी की योगी सरकार ने सपा नेता और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव की Z कैटेगरी की सिक्युरिटी अक्टूबर 2018 में बहाल की थी। वहीं इससे पहले योगी सरकार ने अखिलेश सरकार से जुड़े कई नेताओं की सुरक्षा को कम कर दिया था। लेकिन कुछ दिन पहले सीएम योगी से शिवपाल यादव ने मुलाकात की थी। फिलहाल अब चाचा-भतीजे के मिलन से Z कैटेगरी सिक्युरिटी को बहाल किए जाने को जोड़ कर देखा जा रहा है। बता दें कि नेताजी के निधन के बाद चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव में नजदीकियां बढ़ी हैं।

बहू डिंपल के लिए चाचा कर रहे प्रचार
वहीं शिवपाल यादव भी खुलकर बहू डिंपल के लिए प्रचार करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि परिवार के एक होने की वजह से सुरक्षा में कटौती की गई है। वहीं वर्ष 2018 में योगी सरकार ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव, आजम खान और एसपी महासचिव रामगोपाल यादव की Z प्लस सिक्योरिटी को घटाकर Y कर दिया गया था। वहीं मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव और मायावती की Z+ सिक्युरिटी को जारी रखा गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के तहत प्रमुख सचिव (गृह) को सिर्फ जरूरत के मुताबिक नेताओं को सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सभी को कैटेगरीवाइज सिक्युरिटी का रिव्यू किया गया था।

सरकार के फैसले पर उठ रहे सवाल
बता दें कि जब अखिलेश यादव से चाचा शिवपाल के रिश्ते खराब थे तो योगी सरकार की तरफ से उनकी सुरक्षा में वृद्धि की गई थी। वहीं मैनपुरी चुनाव में परिवार के एक साथ आने के बाद योगी सरकार ने शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा को कम करने का बड़ा फैसला ले लिया है। इस आदेश के साथ ही अब प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव की सुरक्षा व्यवस्था को घटा दिया जाएगा। मैनपुरी उपचुनाव में परिवार के एकजुट होने के बाद सरकार के इस फैसले पर सवाल उठने लगे हैं।

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