मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र में एक ऐसा थाना भी है जिसमें काफी लंबे समय से खप्पर लगे हुए है। उस थाने का निर्माण कार्य शुरू होकर बीच में ही रोकना पड़ा क्योंकि बजट की कमी होने पर आधा काम ही हो पाया।
गोरखपुर: गोरखपुर में आज भी एक ऐसा थाना जो बदहाली की हालत झेल रहा यूं तो गोरखपुर में विकास की धारा इस कदर बह रही है। जैसे मानो कि हर विभाग में कोई ना कोई नया काम होते रह रहा है। वहीं कुछ समय पहले गोरखपुर के नगर निगम में नए सदन का निर्माण हुआ तो पुलिस लाइन में भी कई नए कार्य कराए गए। लेकिन गोरखपुर का कैंट थाना आज भी खप्पर के छत्रछाया में अपने कार्यकाल को कर रहा है। लेकिन वहीं कई ऐसे थाने भी हैं जो हाईटेक बनाए जा रहे हैं। उन पर कई करोड़ों का बजट खर्चा हो रहा है।
15 साल पहले कैंट थाने का निर्माण शुरू हुआ था
अधिकारियों की पहल पर गोरखपुर के कैंट थाने का 15 साल पहले निर्माण शुरू किया गया था। लेकिन कैंट थाने के काम को पूर्ण नहीं किया जा सका क्योंकि बजट में कमी आ गई और आधा काम करा कर ही कार्य को रोक दिया गया। जिसमें कार्यदायी संस्था और थानेदार के आवास का काम ही हो सका और आज तक इसका कोई सुध बुध लेने वाला कोई नहीं और बैरक भी आधा अधूरा बना है। जिसमें आज पुलिसकर्मी रहते हैं। बीच में गोरखपुर के एसएसपी विपिन टांडा ने थोड़ी बहुत पहल की और रंगाई पुताई कराई लेकिन वह भी नाकाफी है।
अब एसएसपी विपिन टांडा ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रस्ताव लगता है। कई सालों से पड़े कैंट थाने के अच्छे दिन आने वाले हैं। क्योंकि गोरखपुर के एसएसपी विपिन टांडा ने प्रस्ताव मांगा है। साथ ही साथ उस भवन में लगने वाले बजट का ब्यौरा भी मांगा है।
24 करोड़ के बजट वाला थाना
गोरखपुर में एक ऐसा भी थाना है जिसे बनाने के लिए 24 करोड़ का बजट पास हुआ और पांच मंजिलों का होगा। वह थाना गोरखपुर का गोरखनाथ थाना है। जिसे फिर से नवीनीकरण करवाकर 24 करोड़ की लागत से एक हाईटेक थाना बनाया जा रहा है। स्थानीय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल मीटिंग हॉल मनोरंजन कक्ष वहीं 200 सिपाहियों के लिए बैरक तो 20 महिला पुलिस कर्मियों के लिए रेस्ट रूम भी होगा। वहीं थाने के अंदर लिफ्ट के साथ एस्केलेटर भी लगाया जाएगा।