उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र का है, जिसमें ट्रैफिक सिपाही फूट-फूटकर रोता हुआ इंस्पेक्टर के कमरे में दिखाई दे रहा है। पंचायत लगाए जो लोग कुर्सी पर बैठे हैं वो रोते हुए सिपाही को देख भी रहे हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
उन्नाव: अक्सर आपने पुलिस की वजह से जनता को रोते देखा होगा, लेकिन हम जो वीडियो दिखा रहे हैं उसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल, यह वीडियो उन्नाव सदर कोतवाली का है, जिसमें ट्रैफिक सिपाही फूट-फूटकर रोता हुआ इंस्पेक्टर के कमरे में दिखाई दे रहा है। पंचायत लगाए जो लोग कुर्सी पर बैठे हैं वो रोते हुए सिपाही को देख भी रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के गांधी नगर तिराहे से एक सफेद रंग की गाड़ी गुजर रही थी, जो एक बीजेपी विधायक के रिश्तेदार की बताई जा रही है। जिसकी फ़ोटो ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने खींच लिया और रोकने की कोशिश की। इस पर गाड़ी में बैठे लोग आग बबूला हो गए और बीच सड़क ट्रैफिक सिपाही को कहा कि 'तुम्हारी हैसियत क्या है? चालान कर मैं तुझे चल कोतवाली में बंद कराता हूं, नहीं तो डीएम से बात करता हूं. वहीं सत्ता के नशे में चूर नेता जी पूरा मामला लेकर कोतवाली पहुंच गए। ट्रैफिक सिपाही कई नेताओं की कुर्सी के सामने खड़ा रहा।'
समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर साधा निशाना
वायरल वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी बीजेपी पर हमलावर है। बीजेपी विधायक के समर्थकों द्वारा ट्रैफिक सिपाही से बदसलूकी के वीडियो को ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर निशाना साधा गया है। समाजवादी पार्टी के ट्विटर अकाउंट पर वीडियो के साथ लिखा गया "बीच सड़क पर भीड़ के बीच अपनी इज्जत और वर्दी की इज्ज़त गंवा चुका ये पुलिसवाला थाने में फूट-फूट कर रोने लगा"। योगी जी! आपका बुलडोजर इन गुंडे, मवाली, लफंगे और दबंग भाजपाइयों पर कब चलेगा, जो आपके राज में कानून को जूते की नोक पर ठोकर मारते आवारा सांड की भांति सत्ता के नशे में चल रहे हैं।"
रोते हुए सिपाही इंस्पेक्टर से सामने
बता दें कि थाने में जो लोग कुर्सी पर बैठे हैं वो रोते हुए सिपाही को देख रहे हैं। वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर कोतवाली भी पुलिस वाले को ये कहते सुने जा रहे हैं कि गलती आप लोगों की है। गाड़ी में आप लोगों को हूटर लगाकर चलने का अधिकार नहीं है। इसलिए फ़ोटो खींच रहा था. बता दें कि तिराहे से शुरू हुआ विवाद थाने तक आ पहुंचा और खुद को उन्नाव के एक सत्ताधारी विधायक का रिश्तेदार बता नेताजी पुलिसकर्मी से बदसलूकी करते रहे।