यूपी के उन्नाव में मामा-भांजी ने एक साथ जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालांकि स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से उन्हें बचा लिया गया। दोनों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं परिजनों को भी इस बारे में सूचित किया गया है।
उन्नाव: शादी में परिजनों के बाधक बनने के बाद रिश्ते में मामा-भांजी ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया। जनपद के ही हुसैन नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास दोनों को बेहोशी की हालत में पाया गया। पुलिस को सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों की मदद से उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। असोहा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक दिल्ली में काम कर रहा था। वहीं सफीपुर कोतवाली निवासी एक व्यक्ति अपनी बेटी के साथ रहकर पेंट का काम करता था।
दोनों के बीच बढ़ी नजदीकियां, बनाया शादी का मन
बताया गया कि युवक और दूसरे व्यक्ति की बेटी में मामा-भांजी का रिश्ता है। हालांकि दोनों के बीच गहरी नजदीकियां थी। बात आगे बढ़ी और इस हद तक पहुंची दोनों ने शादी का मन बना लिया। बात इस हद तक आगे बढ़ गई कि दोनों ने परिजनों से इस बारे में बात भी की। हालांकि परिजन इसके लिए राजी नहीं हुए। इसके बाद युवती अपनी बहन की ससुराल हसनगंज के लिए निकली। युवती आठ मई को निकली थी तभी दिल्ली से निकला युवक भी हसनगंज जा पहुंचा।
जहर खाकर आत्महत्या का किया प्रयास
11 मई को दोनों ही टेंपो से बस स्टाप पर पहुंचे। जहां से दोनों हुसैननगर क्रॉसिंग पहुंचे और बातचीत की। इसके बाद दोनों ने आत्महत्या का फैसला किया। एक साथ ही उनके द्वारा जहर खा लिया गया। वह कई घंटे तक वहां पड़े रहे। रात में तकरीबन 8 बजे जब ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ी तो घटना के बारे में पुलिस को जानकारी दी गई। जहां से दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसी के साथ परिजनों को मामले की जानकारी दी गई।
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