यूपी के उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को दफनाने के बाद प्रशासन उसकी कब्र पर पक्का चबूतरा बनाना चाहता है। हालांकि, पीड़ित परिवा इसके लिए राजी नहीं है। मंगलवार को प्रशासन ने कब्र पर पक्की ईंट लगाई थी, जिसे परिजनों ने उखाड़कर फेंक दिया। मृतका के पिता का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक निर्माण नहीं होने देंगे।
उन्नाव (Uttar Pradesh). यूपी के उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को दफनाने के बाद प्रशासन उसकी कब्र पर पक्का चबूतरा बनाना चाहता है। हालांकि, पीड़ित परिवा इसके लिए राजी नहीं है। मंगलवार को प्रशासन ने कब्र पर पक्की ईंट लगाई थी, जिसे परिजनों ने उखाड़कर फेंक दिया। मृतका के पिता का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक निर्माण नहीं होने देंगे। वहीं, बहन ने दोहराया- मांगे समय से पूरी नहीं हुई तो आत्मदाह कर लूंगी।
कब्र की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मी
बिहार थाना प्रभारी विकास पांडेय ने बताया- पीड़ित परिवार ने खुद कब्र पर पक्का चबूतरा बनाने की मांग की थी। जिस पर निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। लेकिन, अब परिजनों ने खुद निर्माण कार्य रुकवा दिया। कब्र पर भी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
क्या है पीड़ित परिवार की मांग
मृतका के पिता सरकारी नौकरी, शस्त्र लाइसेंस और आवास की मांग कर रहे हैं। बता दें, पीड़ित परिवार को योगी सरकार की तरफ से 25 लाख रूपए की आर्थिक मदद पहले ही दी जा चुकी है। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद अनु टंडन ने पांच लाख रुपए और समाजवादी पार्टी ने एक लाख रुपए की सहायता दी है। साथ ही योगी सरकार ने 2 मकान, सरकारी नौकरी और शस्त्र लाइसेंस का आश्वासन भी दिया है।
क्या है पूरा मामला
उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 साल की गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार तड़के (5 दिसंबर) रेलवे स्टेशन जाते समय रास्ते में 5 आरोपियों ने जिंदा जला दिया था। 90 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने अंतिम संस्कार के बजाय पीड़िता के शव को दफनाया। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।