यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार, प्रति छात्र 25 से 30 हजार में बेचे गए थे सॉल्‍व पेपर

Published : Apr 03, 2022, 08:23 PM IST
यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार, प्रति छात्र 25 से 30 हजार में बेचे गए थे सॉल्‍व पेपर

सार

अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद सीएम योगी ने अफसरों की क्लास लेने के साथ साथ दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर कड़े निर्देश जारी कर दिए। यूपी एसटीएफ की ओर से लागातार हो रही गिरफ्तारी के बाद अब रविवार को  मामले में पुलिस ने इस कांड के मास्‍टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।  

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बीते 30 मार्च को यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा के बीच अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक हो गया। मामले में यूपी सरकार (UP Government) की व्यवस्थाओं और जीरो टालरेंस की नीति पर एक बार फिर से सवाल खडे़ होने लगे। लगातार विपक्षियों की ओर से हो रही बयानबाजी के बीच मामला को बड़े स्तर से राजनीतिक तूल दिया जाता। उससे पहले ही सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने अफसरों की क्लास लेने के साथ साथ दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर कड़े निर्देश जारी कर दिए। यूपी एसटीएफ (UP STF) की ओर से लागातार हो रही गिरफ्तारी के बाद अब रविवार को  मामले में पुलिस ने इस कांड के मास्‍टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।

इंटर कॉलेज का प्रबंधक निकला पूरे कांड का मास्टरमाइंड
पुलिस ने बताया कि पेपर लीक मामले में इस घटना के सूत्रधार किड़िहरापुर स्थित महाराजी देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह व उसके साथ के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विभागीय अफसरों के अनुसार, अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक करने का मास्टरमाइंड निर्भय नारायण सिंह है, जो कि महाराजी देवी स्मारक इंटर कॉलेज का प्रबंधक है। उसने ही प्रश्न पत्र निकाल कर पहले उसका प्रिंट आउट कराया था और फिर इसके बाद अंग्रेजी के दो शिक्षकों से उसे हल कराया। इतना ही नहीं, सोल्‍व पेपर को प्रति छात्र को 25 से 30 हजार रूपए के हिसाब से बेचा गया। पुलिस ने बताया  निर्भय नारायण सिंह ने उपने साथी राजीव प्रजापति के साथ मिलकर अपने मोबाइल से अन्य लोगों को भी अंग्रेजी के सोल्‍व पेपर की स्कैन कॉपी भेजी थी। 

मामले में 46 आरोपी हो चुके गिरफ्तार
घटना के बाद से लगातार स्थानीय पुलिस और एसटीएफ की टीम की ओर से हो रही गिरफ्तारी की संख्या 46 तक पहुंट गई है। जिसमें एक डीआईओएस, 4 प्रबंधक, 3 प्रधानाचार्य, 10 शिक्षक, 5 प्राइवेट कोचिंग शिक्षक और 3 क्लर्क समेत कई नाम शामिल हैं। आपको बता दें कि इसके लिए बलिया पुलिस की ओर से 7 टीमों का गठन किया गया था। इस वक्‍त 46 में से 44 लोग पुलिस की कस्‍टडी में हैं।  यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने कहा कि 30 मार्च को इंटरमीडिएट की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुए थे, उसमें कार्रवाई करते हुए अब तक 46 लोगों को हिरासत में लिया गया है. आज मुख्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उन्होने कहा कि कहा कि बलिया में आज कुल 8 लोग नगरा थाने से और 3 लोग सिकंदरपुर थाने से जेल भेजे जा रहे हैं. विवेचना में ये साबित हुआ है। इन लोगों के द्वारा टैंपर करके पैकेट से प्रश्न पत्र निकाले और फिर उसे सोल्व करके वापस रखा गया. प्रश्न पत्र को बाहर भी बेचा गया।

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