उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की मंगलवार से शुरू हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल को लेकर सख्ती के मद्देनजर परीक्षा के पहले ही दिन 2 लाख 39 हजार 133 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की मंगलवार से शुरू हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में नकल को लेकर सख्ती के मद्देनजर परीक्षा के पहले ही दिन 2 लाख 39 हजार 133 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। नकल पर अंकुश लगाने के लिए इस बार राजधानी लखनऊ में राज्य स्तरीय निगरानी एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहां से पूरे प्रदेश के परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव (प्रशासन) शिव लाल ने बताया कि आज हाईस्कूल की परीक्षा में एक लाख 57 हजार 042 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 82 हजार 091 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
सभी 75 जिलों में बनाया गया कंट्रोल रूम
उन्होंने बताया कि इसी तरह हाईस्कूल की परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए 26 छात्र और एक छात्रा पकड़ी गई, जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए सात छात्रों को पकड़ा गया। उल्लेखनीय है कि नकल पर नकेल कसने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-एक कंट्रोल रूम बनाया गया है और इनके ऊपर एक राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है जिससे सभी कंट्रोल रूम जुड़े हैं।
एक लाख 90 हजार सीसीटीवी कैमरों से रखी जा रही है नजर
शिव लाल ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रदेशभर में 7,859 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है जहां एक लाख 90 हजार सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है। परीक्षाओं के सीधे प्रसारण (लाइव वेबकास्टिंग) के लिए राउटर एवं ब्राडबैंड से इन सीसीटीवी कैमरों को जोड़ा गया है।
25 अप्रैल तक आ सकता है रिजल्ट
वर्ष 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा के लिए 30 लाख 22 हजार 607 परीक्षार्थियों और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए 25 लाख 84 हजार 511 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। हाईस्कूल की परीक्षा 3 मार्च को और इंटरमीडिएट की परीक्षा 6 मार्च को समाप्त होगी। इन परीक्षाओं के परिणाम 25 अप्रैल तक घोषित किए जाने की संभावना है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)