UP Chunav 2022: सातवें चरण का मतदान जारी, राकेश टिकैत बोले- हार जीत किसी की भी हो सभी लोग शांति बनाए रखें

मुजफ्फरनगर जिले स्थित मतगणना स्थल नवीन मंडी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे। यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना में गड़बड़ की आशंका है। ये लोग गिनती में गड़बड़ करेंगे। ये हारे हुए उम्मीदवार को जीत का सर्टिफिकेट देंगे। ये लोग एक जिला और एक हारी हुई सीट जिताएंगे। इसलिए हमें निगरानी करनी है, क्योंकि ये लोग गड़बड़ करेंगे।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 7, 2022 3:40 AM IST

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 का अंतिम चरण का मतदान जारी है। यूपी चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी। किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हार जीत किसी की भी हो सभी लोग शांति रखेंगे। कोई जुलूस ना निकाले, बल्कि शांतिपूर्वक सीधे अपने घर जाए। 

मुजफ्फरनगर जिले स्थित मतगणना स्थल नवीन मंडी में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे। यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मतगणना में गड़बड़ की आशंका है। ये लोग गिनती में गड़बड़ करेंगे। ये हारे हुए उम्मीदवार को जीत का सर्टिफिकेट देंगे। ये लोग एक जिला और एक हारी हुई सीट जिताएंगे। इसलिए हमें निगरानी करनी है, क्योंकि ये लोग गड़बड़ करेंगे।

किसानों को किया अगाह 
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि हम तो यहां अपनी वोट को देखने आए हैं कि वो कहां बंद है और ईधर सब्जी मंडी है। सब्जी मंडी की हालात को देखने आए हुए हैं. मतगणना से पहले टिकैत ने किसानों को आगाह करते हुए कहा कि किसान दो दिन की छुट्टी ले लें। क्योंकि दो दिन ज्यादा पर्ची भी आएगी। उन्होंने आगे कहा कि किसान अपने ट्रैक्टर लेकर मतगणना स्थल पर  भी अपनी निगाह रखें, क्योंकि जिला पंचायत चुनाव में सरकार ने गड़बड़ की थी, इसमें भी गड़बड़ हो सकती है। 

नौ जिलों में कुल 12,210 मतदान केन्द्र के 23,614 मतदेय स्थलों पर वोट डाले जा रहे हैं। सातवें चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केंद्र और 81 पिंक बूथ बनाए गए हैं जिनमें ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिक महिला हैं। अंतिम चरण में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती है। सभी जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्धसैनिक बलों को सौंपी गई है। पड़ोसी राज्यों के साथ उप सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है।

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