यूपी चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के द्वारा लगातार चुनाव प्रचार जारी है। अखिलेश और जयंत लगातार गठबंधन के प्रत्याशियों के प्रचार में जुटे हुए हैं। हालांकि इस चुनाव में डिंपल की दूरी लोगों के लिए सवाल बनी हुई है। हमेशा अखिलेश के साथ ढाल बनकर खड़ी रहने वाली डिंपल यूपी चुनाव 2022 में प्रचार से दूर क्यों हैं इसको लेकर सभी सवाल कर रहे हैं।
गौरव शुक्ला
लखनऊ: यूपी चुनाव 2022 में सपा गठबंधन की काफी चर्चाएं हैं। यह चुनाव समाजवादी पार्टी के लिए कई मायनों में बेहद अहम है। हालांकि इस चुनाव में एक बड़ा बदलाव यह भी सामने आ रहा है कि अखिलेश यादव के साथ डिंपल प्रचार में नहीं दिख रहीं, न ही वह कोई सभा या संबोधन कर रही है। ज्यादातर सभाएं और प्रेस वार्ता अखिलेश जयंत चौधरी के साथ ही करते दिखाई दे रहे हैं।
हमेशा ढाल की तरह रही डिंपल
समस्या चाहे परिवार की रही हो या यूपी के चुनाव की, लेकिन डिंपल हमेशा ही अखिलेश यादव के साथ खड़ी दिखाई दी हैं। जानकार बताते हैं समाजवादी पार्टी में जब अखिलेश और शिवपाल के बीच सबसे बड़ी लड़ाई सामने आई थी उस दौरान भी डिंपल उनके साथ ढाल की तरह खड़ी थी। बीते चुनावों में भी वह जनसभा और लोगों के बीच दिखाई देती थीं। हालांकि 2022 के चुनाव में डिंपल पूरी तरह दूर दिखाई दे रही हैं।
चुनाव से इस दूरी को लेकर राजनीतिक जानकार कई कारण बता रहे हैं। वहीं प्रदेश के लोग बीते चुनाव और आमतौर पर हुई कुछ घटनाओं का जिक्र कर रहे हैं। लेकिन सभी के मन में यही सवाल है कि आखिर महिला विंग की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने वाली डिंपल महिला उम्मीदवारों के नामों की घोषणा तक में क्यों नहीं दिख रही है? इसको लेकर कई अहम बिंदु भी सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह अहम कारण क्या हैं।
हुडदंग में हो जाती हैं परेशान
डिंपल के चुनावी प्रचार से दूरी का एक अहम कारण यह भी माना जा रहा है कि वह हुडदंग से परेशान हो जाती हैं। फरवरी 2017 की एक रैली में उन्होंने मंच से यह कहा था कि 'आप चिल्लाते हो तो मुझे डर लगता है। अनुसासन में रहो वरना अखिलेश भैया से कहेंगे।'
संभाल रहीं परिवार की जिम्मेदारी
जानकार यह भी कहते हैं कि यूपी चुनाव के दौरान जहां अखिलेश पूरे तौर पर पार्टी और गठबंधन के प्रचार में लगे हुए हैं ऐसे में डिंपल घर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। डिंपल घर पर ही रहकर बच्चों का ख्याल रख रही हैं और तमाम चीजों का भी ध्यान दे रही हैं।
अकेले नहीं भेजना चाह रहे अखिलेश
यूपी चुनाव 2022 में अखिलेश जयंत चौधरी के साथ प्रचार कर रहे हैं। पहले डिंपल ज्यादातर अखिलेश के साथ ही प्रचार पर निकलती थीं। लेकिन इस बार अखिलेश ज्यादातर जगहों पर जयंत और गठबंधन के अन्य बड़े चेहरों के साथ जनता के बीच जा रहे हैं। ऐसे में डिंपल यदि प्रचार पर जाती हैं तो उन्हें अकेले ही निकलना होगा। अखिलेश भी नहीं चाहते हैं कि डिंपल अकेले प्रचार पर जाएं।
आमने-सामने न आए देवरानी-जेठानी
डिंपल के चुनाव प्रचार से दूरी का बड़ा कारण अपर्णा यादव को भी माना जा रहा है। दरअसल अपर्णा जोर-शोर के साथ भाजपा का प्रचार कर रही हैं। ऐसे में यदि डिंपल भी चुनाव प्रचार पर निकलती हैं तो हो सकता है किसी जगह देवरानी-जेठानी ही आमने सामने आ जाएं।
कोरोना भी है अहम वजह
माना जा रहा है कि डिंपल के चुनाव प्रचार से दूर होने की बड़ी वजह कोरोना भी है। अभी अखिलेश जहां प्रचार में लगे हैं तो डिंपल बच्चों का घर पर ख्याल रख रही हैं। कोविड के केसेज को देखते हुए डिंपल खुद और बच्चों का ख्याल रखने के लिए घर पर हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।