भाजपा की सांसद रहीं सावित्रीबाई फुले आगामी 26 नवम्बर को लखनऊ में अपनी पार्टी की महारैली आयोजित करने जा रही हैं। बताया जा रहा है कि संविधान बचाओ के नाम से आयोजित होने वाली इस महारैली में अखिलेश यादव भी शिरकत कर सकते हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) में चुनावी मौसम के करीब आते ही यूपी के सभी छोटे बड़े दल अपनी चुनावी तैयारियों को आजमाने में जुट गए हैं। ऐसे में अब अपनी खुद की पार्टी बनाकर चुनावी रणभूमि में कूदने वाली सावित्री बाई फुले चुनाव से पहले 26 नवम्बर को लखनऊ (Lucknow) में एक महारैली का आयोजन करने जा रही हैं। सावित्री बाई फुले(Savitri Bai Phule) ने हाल ही में एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया था कि इस रैली में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) भी शिरकत करेंगे।
लखनऊ के स्मृति उपवन में होगी 'संविधान बचाओ, महाआंदोलन चलाओं' रैली
26 नवम्बर को लखनऊ के स्मृति उपवन में होने वाली सावित्रीबाई फुले की महारैली 'संविधान बचाओ महाआंदोलन चलाओ' के नाम से होगी। सावित्री बाई फुले के अनुसार, इस महारैली में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खास तौर पर सम्मलित होने वाले हैं। आपको बता दें कि बसपा और कांग्रेस से गठबंधन करने के बाद भी सपा को बीते चुनावों में कोई लाभ नहीं मिला। जिसे देखते हुए बीते दिनों अखिलेश यादव ने यूपी के छोटे दलों के साथ गठबंधन करने का एलान किया था। इस महारैली में सपा अध्यक्ष का शामिल होना कहीं न कहीं सावित्री बाई फुले को बड़ा लाभ पहुंचा सकता है।
जानिए! कौन हैं सावित्री बाई फुले-
सावित्री बाई फुले बीजेपी से बहराइच की सांसद थी लेकिन फिर उन्होंने बीजेपी पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा था लेकिन यहां पर उनका ठिकाना बहुत ज्यादा दिन तक नहीं रहा और जल्द ही उनका मन कांग्रेस से भी भर गया। उस दौरान उन्होंने कांग्रेस का दामन यह कहते हुए छोड़ दिया कि कांग्रेस में उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। हालांकि, अभी वह अपनी खुद की बनाई हुई पार्टी कांशीराम बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा हैं।