यूपी का पहला आयुष विवि गोरखपुर में खुलेगा, 28 अगस्त को राष्ट्रपति कोविंद करेंगे शिलान्यास

आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता और अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से प्रारंभ किए जाएंगे। जबकि शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। मार्च 2023 तक विवि कैंपस का निर्माण पूरा हो जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 5, 2021 2:55 PM IST

लखनऊ। यूपी का पहला आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) जल्द ही अस्तित्व में आने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के गृह जनपद गोरखपुर (Gorakhpur) में बनने वाले इस विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) शिलान्यास करेंगे। राष्ट्रपति 28 अगस्त को प्रस्तावित विवि का भूमि-पूजन और शिलान्यास करेंगे। 

गुरुवार को गोरखपुर से अयोध्या रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने शिलान्यास समारोह को लेकर तैयार रोड मैप को भी देखा। 

आयुष विवि में कई पद्धतियों की होगी पढ़ाई

प्रदेश का पहला आयुष विवि 52 एकड़ में बन रहा है। प्रस्तावित विश्वविद्यालय के कैंपस में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई होगी। यहां शोध कार्य भी हो सकेगा। प्रदेश के आयुष विधा के 98 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे। विवि में आयुष इंस्टिट्यूट व रिसर्च सेंटर भी होगा। विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है।

बताया जा रहा है कि आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता और अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से प्रारंभ किए जाएंगे। जबकि शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। मार्च 2023 तक विवि कैंपस का निर्माण पूरा हो जाएगा। 

गोरखपुर का तीसरा विवि होगा आयुष विवि

गोरखपुर में आयुष विवि का शिलान्यास होने के बाद यह तीसरा विवि होने जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि (DDU) यहां का सबसे पहला विवि है। यहां ट्रेडिशनल विषयों समेत कुछ अत्याधुनिक कोर्साे की भी पढ़ाई होती है। इसके अलावा महामना मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज को सपा सरकार में टेक्निकल यूनिवर्सिटी के रूप में अपग्रेड कर दिया गया था। मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी (MMMUT) के बाद अब तीसरा विवि आयुष विश्वविद्यालय की नींव रखी जा रही है। गोरखपुर क्षेत्र में ही सपा सरकार ने सिद्धार्थ विवि (Sidharth University) का भी शुभारंभ कराया था। यह विवि सिद्धार्थनगर में है।
 

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