कानपुर-फहतेपुर एमएलसी सीट पर कानपुर और उसके आसपास के जिलों के दर्जनों बीजेपी नेता दावेदारी कर रहे हैं। दावेदारों की लंबी लिस्ट से संगठन परेशान है। बीजेपी ने शनिवार को कानपुर-बुंदेलखंड की बांदा-हमीरपुर सीट से जितेंद्र सिंह सेंगर, झांसी-जालौन सीट रमा निरंजन, इटावा-फर्रूखाबाद सीट से प्रांशूदत्त द्धिवेदी को उतारा है।
सुमित शर्मा
कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी एमएलसी चुनाव की तैयारियों में जुटी है। बीजेपी ने बीते शनिवार को 30 प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट जारी कर दी है। कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की चार एमएलसी सीटों में से तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारें हैं। जबकि कानपुर-फतेहपुर सीट पर पेच फंस गया है। कानपुर-फतेहपुर सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं होने के अलग-अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं। वहीं बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) भी दावा कर रही है।
कानपुर-फहतेपुर एमएलसी सीट पर कानपुर और उसके आसपास के जिलों के दर्जनों बीजेपी नेता दावेदारी कर रहे हैं। दावेदारों की लंबी लिस्ट से संगठन परेशान है। बीजेपी ने शनिवार को कानपुर-बुंदेलखंड की बांदा-हमीरपुर सीट से जितेंद्र सिंह सेंगर, झांसी-जालौन सीट रमा निरंजन, इटावा-फर्रूखाबाद सीट से प्रांशूदत्त द्धिवेदी को उतारा है। तीनों ही सीटों के प्रत्याशी बीजेपी के पुराने और कद्दावर नेता हैं। इसके साथ ही बीजेपी आगामी लोकसभा को ध्यान में रखकर जातीय समीकरणों को भी साधने में जुटी है।
अपना दल (एस) ने भी की दावेदारी
बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की चार एमएलसी सीटों में से तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिया है। लेकिन कानपुर-फतेहपुर सीट पर प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक कानपुर-फतेहपुर सीट पर प्रत्याशी का नाम नहीं घोषित करने की दो वजह सामने आ रही हैं। बीजेपी के एक नेता ने बताया कि अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में प्रदेश सरकार गठित होने वाली सरकार और मंत्रीमंडल को लेकर चर्चा हुई थी। इसके साथ ही एमएलसी चुनावों को भी बातचीत हुई थी।
बीजेपी के सामने फंसा पेंच
जानकारी के मुताबिक अपना दल (एस) एमएलसी चुनाव की एक या दो सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। बीजेपी ने कानपुर-फतेहपुर एमएलसी सीट समेत 6 सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कानपुर-फतेहपुर समेत दो से तीन सीटें अपना दल (एस) के खाते में जा सकती है। इस लिए बीजेपी ने 36 में से 30 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं, 6 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को रोक दिया है। दूसरी वजह ये भी मानी जा रही है कि कानपुर-फतेहपुर समेत 6 सीटों पर दावेदारों की संख्या अधिक है। इस लिए पैनल को अंतिम नाम देने में विचार-विमर्श करना पड़ रहा है।